सागर। प्रदेश में सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद महिला अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. इन अपराधों में लगाम लगाने के लिए सरकार के साथ-साथ अब समाज को भी जागरूक होना जरूरी है. तभी महिला अपराधों पर रोक लगाई जा सकती है. आज समाज में असली हीरो वही है जो दूसरों की मदद करे. ऐसे ही जज्बे को मध्य प्रदेश सरकार ने सलाम और सम्मानित किया है. सागर की श्रीबाई को सीएम शिवराज ने वर्चुअली सम्मानित किया है, जिन्होंने एक महिला की जान बचाई.
सीएम ने श्रीबाई का किया सम्मान
मामला सागर जिले के सालोदा थाना का है,जहां एक महिला ने अपनी जान की परवाह किए बगैर ऐसी महिला की मदद की जिसे तीन भेड़िए अपराधी लूट रहे थे. महिला ने हिम्मत दिखाते हुए न केवल इन दरिंदों को मार भगाया और पुलिस को बुलाकर उन्हें गिरफ्तार भी करवाया. इस घटना के बाद सागर एसपी अतुल सिंह की अनुशंसा पर इस बहादुर महिला श्रीबाई का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्मान किया है.
श्रीबाई ने ईटीवी भारत से की बात
श्रीबाई ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि घटना के दिन सालोरा थाना क्षेत्र में आबचंद गुफा के पास दो बच्चों की मां से आरोपी मोहन और उसके दो भाइयों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों के चंगुल से छूटी महिला जब खेत में काम कर रही श्रीबाई से अपनी जान बचाने की गुहार लगाई. तो वहां मौजूद अकेली श्रीबाई ने आरोपियों को भागने पर मजबूर कर दिया.
महिला ने श्रीबाई से लगाई मदद की गुहार
श्रीबाई ने बताया कि उस वक्त वे अपने खेत में फसल काट रहीं थीं. तभी नग्न अवस्था में पीड़ित महिला अपनी जान बचाने की गुहार लगाते चीखते हुए श्रीबाई के पास पहुंची. उसके साथ दो छोटे मासूम बच्चे भी थे. पीड़ित के पीछे तीन अपराधी हाथ में पेट्रोल से भरी बोतल लिए श्रीबाई के पास पहुंचे. उन्होंने श्री बाई को धमकाने की कोशिश की. पीड़ित महिला को उसे सौंप देने का दबाव बनाया, आरोपी उस महिला को अपनी साली बता रहे थे, लेकिन महिला इस बात से इंकार कर रही थी. श्रीबाई समझ गई इन दरिंदों के इरादे नेक नहीं हैं.
श्रीबाई ने आरोपियों को डटकर किया सामना
श्री बाई ने तीनों दरिंदों को ललकारते हुए पीछे हटने को कहा. आरोपियों ने श्रीबाई को भी महिला के साथ जलाकर मारने की धमकी दी. श्री बाई के अनुसार यह तीनों अपराधी उस महिला को जिंदा जलाना चाह रहे थे. इसके बाद श्रीबाई ने अपने हाथ में घास काटने के औजार से तीनों आरोपियों को खदेड़ दिया. इसके बाद उसने अपने बेटे को आवाज दी और तुरंत पुलिस को सूचना दी. इस तरह से पुलिस ने तीनों आरोपियों को भी धर दबोचा और श्रीबाई ने पीड़ित महिला की जान बचा ली.
रेप के बाद महिला को जिंदा जलाने की कोशिश
दरअसल यह पूरा मामला सितंबर माह का है. जब मजदूरी कर अपने क्षेत्र जा रही उसे कुछ अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने बहला-फुसलाकर सागर के आबचंद की गुफा के पास बंधक बनाकर उसके साथ गैंग रेप किया. फिर वह उसे जलाने की कोशिश कर रहे थे. महिला ने अपने बयान में बताया कि वह उसे बेचने की फिराक में थे लेकिन किसी तरह उनके चंगुल से भाग निकली. इसके बाद वह उसे जिंदा जलाने की कोशिश में उसके पीछे भाग रहे थे.
पीड़ित महिला के अनुसार 5 साल पहले उसकी शादी हुई थी. उसके दो छोटे बच्चे भी हैं. वह अपने पति के साथ मजदूरी का काम करती थी. झांसी से मजदूरी कर वह घटना के दिन सुबह 5 बजे सागर रेलवे स्टेशन पर उतर गई. जब प्लेटफार्म से बलिया जाने के लिए वह बाहर निकली तो उसे एक व्यक्ति ने पूछा कि कहां जाना है. जिस पर वह व्यक्ति उसका पीछा करते-करते बस स्टैंड पहुंच गया. उसने खुद को गढ़ाकोटा का निवासी बताया और उसे रास्ते में भले ही छोड़ने की बात कही जिसके बाद वह उस व्यक्ति के साथ चली गई उस व्यक्ति ने धोखे से उसे आबचंद ले जाकर बंधक बना लिया और रात भर उसके साथ 4 लोगों ने दुष्कर्म किया.