सागर। शहर से लगे बड़तूमा में 100 करोड़ की लागत से बनने जा रहे संत रविदास मंदिर के भूमिपूजन के लिए 12 अगस्त को सागर पहुंच रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम की समीक्षा मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए की. उन्होंने भूमिपूजन कार्यक्रम और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की. मुख्ययमंत्री शिवराज सिंह ने पूरे प्रदेश से 12 अगस्त को सागर पहुंचने वाली समरसता यात्रा की व्यवस्था को लेकर भी जानकारी ली और कार्यक्रम से संबंधित दिशा निर्देश प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिधियों को दिए.
अद्भुत और ऐतिहासिक होगा कार्यक्रम: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से कहा कि सागर में होने वाले समरसता के महाकुंभ में सभी की सक्रिय और अधिकाधिक भागीदारी होनी चाहिए. मध्यप्रदेश की धरती पर संत शिरोमणि रविदास के मंदिर और कला संग्रहालय के भूमिपूजन का संपूर्ण कार्यक्रम न सिर्फ अद्भुत बल्कि ऐतिहासिक होगा.
वीडियो क्रान्फेसिंग में लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह और राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया, विधायक शैलेन्द्र जैन व प्रदीप लारिया भी शामिल हुए. इसके अलावा सागर कमिश्नर डॉ. वीरेन्द्र सिंह राजपूत, पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद वर्मा, कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी शामिल हुए.
अनुसूचित जाति वोट बैंक को रिझाने की कवायद: दरअसल ये पूरा कार्यक्रम आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जाति के वोट बैंक को रिझाने की कवायद है. बुंदेलखंंड और ग्वालियर चंबल अंचल में संंत रविदास के अनुयायियों की संख्या काफी ज्यादा है और इसी को देखते हुए 8 फरवरी को रविदास जयंती के मौके पर सीएम शिवराज सिंह ने 100 करोड़ की लागत से भव्य रविदास मंदिर बनाने का एलान किया था. इसी मंदिर का भूमिपूजन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सागर पहुंच रहे है और अनुसूचित जाति के लोगों को सागर में हजारों की संख्या में इकट्ठा किया जा रहा है. दरअसल मप्र में अनुसूचित जाति की करीब 17 फीसदी आबादी है.