सागर। केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर में उस समय सांसद राजबहादुर सिंह की नाराजगी देखने को मिली. जब सागर विश्वविद्यालय में कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ की स्थापना के कार्यक्रम में केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला पहुंचे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री की गरिमा के अनुरूप लोग नहीं पहुंचे. विश्वविद्यालय के सभागार की कुर्सियां खाली पड़ी थी. इसी बात पर नाराज सागर सांसद राजबहादुर सिंह ने मंच से संबोधन के दौरान कुलपति को संबोधित करते हुए नाराजगी जताई और कहा कि विश्वविद्यालय में जनता की भागीदारी कम हो रही है. उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसे हालात ना बने.
खाली कुर्सियां देखकर नाराज हो गए सांसद
डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर में शुक्रवार को केंद्रीय मत्स्यपालन और पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला की मौजूदगी में कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ की स्थापना का कार्यक्रम आयोजित हुआ. लेकिन विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में बहुत कम लोग पहुंचे. सभागार की ज्यादातर कुर्सियां खाली रही.
इसी बात को लेकर सागर भाजपा सांसद राजबहादुर सिंह नाराज हो गए. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि जब कोई केंद्रीय मंत्री इतनी बड़ी सौगात सागर विश्वविद्यालय के लिए देने वाले हो और उनके समक्ष कुर्सियां खाली रहे तो देखने में अच्छा नहीं लगता है. इसलिए मैं विश्वविद्यालय की कुलपति से आग्रह करूंगा कि पिछले कुछ समय में सागर विश्वविद्यालय के साथ जनता की भागीदारी कम हुई है. कुलपति को प्रयास करना चाहिए कि शहर के लोग पहले की तरह से विश्वविद्यालय से जुड़ाव महसूस करें.
विश्वविद्यालय के छात्रों को बुलाकर भरी गई कुर्सियां
सांसद की नाराजगी देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वविद्यालय के छात्रों शिक्षकों और कर्मचारियों को बुलाकर सभागार की खाली कुर्सियां भरवाई. हालांकि केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने इन परिस्थितियों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की.
प्रधानमंत्री का भोपाल दौरा: केवल 5 KM सड़क पर चलेंगे पीएम मोदी, बाकी सफर हेलीकॉप्टर से होगा तय