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BPCL रिफाइनरी में कैंटीन का खाना खाने से कई कर्मचारियों को फूड पॉइजनिंग, SDM ने थमाया नोटिस

मध्यप्रदेश की इकलौती बीना रिफाइनरी फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया है. दरअसल बीपीसीएल की रिफाइनरी की कैंटीन में खाना खाने के बाद दर्जनभर से ज्यादा कर्मचारी फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. बीना रिफाइनरी प्रबंधन ने जानकारी स्थानीय प्रशासन से छिपा ली, लेकिन बीना एसडीएम को घटनाक्रम की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने बीना रिफाइनरी प्रबंधन को शो कॉज नोटिस जारी किया है.

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Published : Dec 23, 2022, 11:38 AM IST

सागर। जिले की बीना तहसील के आगासौद में स्थित भारत पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की रिफायनरी में स्थित कैंटीन में खाना खाने के बाद रिफाइनरी के दर्जनभर से ज्यादा कर्मचारियों की तबियत बिगड़ने का मामला सामने आया है. प्रबंधन ने आनन-फानन में बीमार कर्मचारियों को अस्पताल में भर्ती कराया, तो पता चला कि मामला फूड प्वाइजनिंग का था. इस मामले में बीना रिफाइनरी संदेह के घेरे में है, क्योंकि बीना रिफाइनरी ने घटना से संबंधित जानकारी स्थानीय प्रशासन को नहीं दी.

स्थानीय प्रशासन को नहीं दी घटना की जानकारी: रिफाइनरी परिसर में स्थित कैंटीन में नाश्ते और भोजन की व्यवस्था है, जिसका संचालन एक नामी कंपनी करती है. बीना प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार 19 दिसंबर को कैंटीन में खाना खाने के बाद कुछ कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ गई थी, करीब 10 से 15 कर्मचारी फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए और जिन्हें रिफाइनरी की अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बीना रिफायनरी ने जानकारी लीक नहीं होने दी और स्थानीय प्रशासन को भी घटनाक्रम की जानकारी नहीं दी.

बीना एसडीएम ने जारी किया शो कॉज नोटिस: रिफाइनरी में फूड प्वाइजनिंग की घटना को प्रबंधन ने छुपा लिया था, लेकिन प्रशासन को इसकी जानकारी लगते ही एसडीएम शैलेंद्र सिंह ने रिफाइनरी प्रबंधन के लिए शो कॉज नोटिस जारी कर 3 दिन के अंदर जवाब मांगा है. प्रशासन ने रिफाइनरी प्रबंधन से पूछा है कि घटनाक्रम की जानकारी पुलिस या प्रबंधन को क्यों नहीं दी गई, जो कि एक लापरवाही है. वहीं एसडीएम ने रिफाइनरी प्रबंधन से यह भी पूछा है कि फूड प्वाइजनिंग के मामले में पेंटिंग संचालक पर क्या कार्रवाई की गई है और 19 दिसंबर जिस दिन यह घटना हुई है उस दिन के भोजन के सैंपल की जांच कहां कराई गई है.

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क्या कहना है एसडीएम का: मामले में एसडीएम का कहना है कि रिफाइनरी की कैंटीन में भोजन करने के बाद कुछ कर्मचारियों के फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने और अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी हमें मिली थी, जानकारी मिलने के बाद हमने नोटिस जारी करके रिफाइनरी प्रबंधन से पूछा है कि घटना के संबंध में पुलिस और प्रशासन को क्यों सूचना नहीं दी गई. फूड प्वाइजनिंग की घटना पर कैंटीन संचालक पर क्या कार्रवाई की गई है और कैंटीन के खाने के सैंपल की जांच कराई गई है कि नहीं."

बीपीसीएल ने किया नोटिस मिलने से इनकार: वहीं दूसरी ओर मामले में बीना रिफाइनरी प्रबंधन ने नोटिस मिलने से इनकार किया है. बीना रिफाइनरी के एचआर नवीन सिंह का कहना है कि, "अभी हमें नोटिस नहीं मिला है नोटिस प्राप्त होने के बाद नियम अनुसार जवाब दिया जाएगा."

सागर। जिले की बीना तहसील के आगासौद में स्थित भारत पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की रिफायनरी में स्थित कैंटीन में खाना खाने के बाद रिफाइनरी के दर्जनभर से ज्यादा कर्मचारियों की तबियत बिगड़ने का मामला सामने आया है. प्रबंधन ने आनन-फानन में बीमार कर्मचारियों को अस्पताल में भर्ती कराया, तो पता चला कि मामला फूड प्वाइजनिंग का था. इस मामले में बीना रिफाइनरी संदेह के घेरे में है, क्योंकि बीना रिफाइनरी ने घटना से संबंधित जानकारी स्थानीय प्रशासन को नहीं दी.

स्थानीय प्रशासन को नहीं दी घटना की जानकारी: रिफाइनरी परिसर में स्थित कैंटीन में नाश्ते और भोजन की व्यवस्था है, जिसका संचालन एक नामी कंपनी करती है. बीना प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार 19 दिसंबर को कैंटीन में खाना खाने के बाद कुछ कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ गई थी, करीब 10 से 15 कर्मचारी फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए और जिन्हें रिफाइनरी की अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बीना रिफायनरी ने जानकारी लीक नहीं होने दी और स्थानीय प्रशासन को भी घटनाक्रम की जानकारी नहीं दी.

बीना एसडीएम ने जारी किया शो कॉज नोटिस: रिफाइनरी में फूड प्वाइजनिंग की घटना को प्रबंधन ने छुपा लिया था, लेकिन प्रशासन को इसकी जानकारी लगते ही एसडीएम शैलेंद्र सिंह ने रिफाइनरी प्रबंधन के लिए शो कॉज नोटिस जारी कर 3 दिन के अंदर जवाब मांगा है. प्रशासन ने रिफाइनरी प्रबंधन से पूछा है कि घटनाक्रम की जानकारी पुलिस या प्रबंधन को क्यों नहीं दी गई, जो कि एक लापरवाही है. वहीं एसडीएम ने रिफाइनरी प्रबंधन से यह भी पूछा है कि फूड प्वाइजनिंग के मामले में पेंटिंग संचालक पर क्या कार्रवाई की गई है और 19 दिसंबर जिस दिन यह घटना हुई है उस दिन के भोजन के सैंपल की जांच कहां कराई गई है.

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क्या कहना है एसडीएम का: मामले में एसडीएम का कहना है कि रिफाइनरी की कैंटीन में भोजन करने के बाद कुछ कर्मचारियों के फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने और अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी हमें मिली थी, जानकारी मिलने के बाद हमने नोटिस जारी करके रिफाइनरी प्रबंधन से पूछा है कि घटना के संबंध में पुलिस और प्रशासन को क्यों सूचना नहीं दी गई. फूड प्वाइजनिंग की घटना पर कैंटीन संचालक पर क्या कार्रवाई की गई है और कैंटीन के खाने के सैंपल की जांच कराई गई है कि नहीं."

बीपीसीएल ने किया नोटिस मिलने से इनकार: वहीं दूसरी ओर मामले में बीना रिफाइनरी प्रबंधन ने नोटिस मिलने से इनकार किया है. बीना रिफाइनरी के एचआर नवीन सिंह का कहना है कि, "अभी हमें नोटिस नहीं मिला है नोटिस प्राप्त होने के बाद नियम अनुसार जवाब दिया जाएगा."

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