सागर। बुंदेलखंड में पुलिस से मारपीट की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं. अभी छतरपुर की नौगांव थाना पुलिस की टीकमगढ़ में पिटाई का मामला शांत भी नहीं हुआ था. सागर जिले के बहरोल थाना के नीमोन गांव में वारंटियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर लोगों ने हमला कर दिया. ग्रामीण पुलिसकर्मियों से मारपीट कर एक वारंटी को छुड़ाकर भी ले गए. पुलिस से मारपीट की घटना में एक प्रधान आरक्षक घायल हुआ है. सूचना मिलने पर पुलिस बल मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की. वहीं घायल प्रधान आरक्षक की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच में लिया है.
घायल आरक्षक ने दर्ज कराई शिकायत: बहरोल थाने में शिकायत में प्रधान आरक्षक संजय तिवारी ने बताया कि "सोमवार को अपराध क्रमांक 68/23 धारा 294, 323, 506, 34 की विवेचना और वारंटी की तलाश के लिए थाने के एएसआई नाथूराम दोहरे, आरक्षक नीरज, यशवंत, प्राची के साथ थाना क्षेत्र के राक्सी और नीमोन गांव गए थे. हमें मुखबिर से सूचना मिली कि नीमोन के स्थायी वारंटी गोविंद सौर और इमरत सौर घर पर है. उनके घर पहुंचकर दोनों की जानकारी दी और गिरफ्तार करने लगे तो वारंटियों के परिजनों समेत 10-15 महिला-पुरुष मौके पर आ गए. उन्होंने वारंटी इमरत सौर को छुड़ाकर भगा दिया और गोविंद सौर को छुड़ाने के लिए मेरे साथ मारपीट की. मारपीट के कारण दाहिने हाथ की कुहनी और पीठ में चोट आई है. पुलिस के साथ मारपीट होते देख गांव के अन्य लोग भी मौके पर आ गए. हालांकि झगड़े के बाद भी पुलिस वारंटी गोविंद को पकड़कर ले आई."
ग्रामीणों का आरोप: वहीं, इस मामले में ग्रामीणों का आरोप है कि "पुलिस ने लोगों के घर में घुसकर महिलाओं और बच्चों को मारा. गांव के निर्दोष लोग मौके पर झगड़ा देखकर पहुंचे तो पुलिस ने उन लोगों से मारपीट की है." वहीं बंडा एसडीओपी शिखा सोनी का कहना है कि "बहरोल थाना पुलिस नीमोन गांव में वारंटी पकड़ने गई थी तो गोविंद सौर को गिरफ्तार कर गाड़ी में बैठा लिया था और इमरत को पकड़ने के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. प्रधान आरक्षक की शिकायत पर पुलिस ने थानसिंह सौर, घनश्याम, प्रेमनारायण, पवन, अंबिका, मनीषा, नितिन सभी निवासी नीमोन समेत 10-15 लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बांधा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है. ग्रामीण आरोप लगा रहे है कि पुलिस ने महिलाओं और बच्चों से मारपीट की है. जिसकी जांंच की जा रही है."