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सागर में आंदोलन के दौरान तबियत बिगड़ने से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत,आक्रोश और बढ़ा

सागर में आंदोलन कर रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं में भारी आक्रोश है. आंदोलन के दौरान एक साथी की तबियत बिगड़ने के बाद उसकी मौत के बाद यह गुस्सा और बढ़ गया है. (Anganwadi worker died during agitation) (Anger increased in Anganwadi workers)

Anganwadi worker died during agitation
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत
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Published : Apr 15, 2022, 1:44 PM IST

सागर। पिछले 39 दिनों से शासकीय सेवक घोषित किए जाने सहित अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की भीषण गर्मी के चलते तबीयत बिगड़ने के मामले सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में सागर शहर के लाजपत पुरा वार्ड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शहनाज बानो की तबीयत बिगड़ने के बाद कल शाम उनका निधन हो गया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के निधन से आक्रोशित कार्यकर्ताओं और सहायिकाएं और आंदोलित हो गई हैं. उन्होंने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को शहनाज बानो का शव रखकर प्रदर्शन का ऐलान किया है.

क्या है मामला : शासकीय सेवक घोषित किए जाने सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 39 दिनों से प्रदेशभर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का आंदोलन चल रहा है. भीषण गर्मी के दौरान भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका आंदोलनरत हैं. इसी कड़ी में बुधवार को सागर के लाजपत पुरा वार्ड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शहनाज बानो की तबीयत बिगड़ गई थी, जिन्हें बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान गुरुवार रात को उनकी मौत हो गई. शहनाज बानो की मौत की खबर फैलते ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं में आक्रोश है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने ऐलान किया है कि शुक्रवार को वह शहनाज बानो का जनाजा आंदोलन स्थल पर रखकर प्रदर्शन करेंगे.

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परिजनों को नौकरी और 5 लाख देने की मांग : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के आंदोलन का समर्थन कर रहे शिवसेना के उप राज्य प्रमुख पप्पू तिवारी का कहना है कि भीषण गर्मी के दौरान पिछले 39 दिनों से आंदोलनरत कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों को लेकर शासन-प्रशासन गंभीर नहीं हैं और आंदोलनरत महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. इसी प्रताड़ना के चलते शहनाज बानो की तबियत बिगड़ी है. हमारी मांग है कि शहनाज बानो के परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए और 5 लाख रुपए आर्थिक सहायता दी जाए. साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाए. (Anganwadi worker died during agitation) (Anger increased in Anganwadi workers)

सागर। पिछले 39 दिनों से शासकीय सेवक घोषित किए जाने सहित अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की भीषण गर्मी के चलते तबीयत बिगड़ने के मामले सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में सागर शहर के लाजपत पुरा वार्ड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शहनाज बानो की तबीयत बिगड़ने के बाद कल शाम उनका निधन हो गया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के निधन से आक्रोशित कार्यकर्ताओं और सहायिकाएं और आंदोलित हो गई हैं. उन्होंने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को शहनाज बानो का शव रखकर प्रदर्शन का ऐलान किया है.

क्या है मामला : शासकीय सेवक घोषित किए जाने सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 39 दिनों से प्रदेशभर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का आंदोलन चल रहा है. भीषण गर्मी के दौरान भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका आंदोलनरत हैं. इसी कड़ी में बुधवार को सागर के लाजपत पुरा वार्ड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शहनाज बानो की तबीयत बिगड़ गई थी, जिन्हें बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान गुरुवार रात को उनकी मौत हो गई. शहनाज बानो की मौत की खबर फैलते ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं में आक्रोश है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने ऐलान किया है कि शुक्रवार को वह शहनाज बानो का जनाजा आंदोलन स्थल पर रखकर प्रदर्शन करेंगे.

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परिजनों को नौकरी और 5 लाख देने की मांग : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के आंदोलन का समर्थन कर रहे शिवसेना के उप राज्य प्रमुख पप्पू तिवारी का कहना है कि भीषण गर्मी के दौरान पिछले 39 दिनों से आंदोलनरत कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों को लेकर शासन-प्रशासन गंभीर नहीं हैं और आंदोलनरत महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. इसी प्रताड़ना के चलते शहनाज बानो की तबियत बिगड़ी है. हमारी मांग है कि शहनाज बानो के परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए और 5 लाख रुपए आर्थिक सहायता दी जाए. साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाए. (Anganwadi worker died during agitation) (Anger increased in Anganwadi workers)

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