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BMC में Black Fungus के 23 मरीजों की बिगड़ी तबीयत, लगे थे ये इंजेक्शन - fungal infection in eye treatment

ब्लैक फंगस (Black Fungus) के मरीजों के इलाज के लिए शासन द्वारा बीएमसी में 120 इंजेक्शन भेजे गए थे. जिससे 37 मरीजों का इलाज चल रहा था. इंजेक्शन लगने के बाद 23 मरीजों की तबीयत बिगड़ने के कारण इंजेक्शन का उपयोग रोक दिया गया. फिलहाल मरीजों का इलाज विशेषज्ञ डॉकरों की देखरेख में जारी है.

black fungus
ब्लैक फंगस
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Published : Jun 18, 2021, 8:51 AM IST

Updated : Jun 18, 2021, 9:16 AM IST

सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर ब्लैक फंगस (Black Fungus) के मरीजों की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है. दरअसल, सरकार द्वारा भेजे गए अम्फोटेरिसिन बी लिपिड कॉम्प्लेक्स इंजेक्शन से 37 मरीजों का इलाज चल रहा था. इंजेक्शन नए थे, इसलिए विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा एक मरीज पर परीक्षण के बाद इंजेक्शन लगाए गए थे. फिर अचानक 23 मरीजों की तबीयत बिगड़ने के कारण इंजेक्शन का उपयोग रोक दिया गया. फिलहाल, मरीजों का इलाज विशेषज्ञ डॉकरों की देखरेख में जारी है.

ब्लैक फंगस के मरीजों की बिगड़ी तबीयत

ब्लैक फंगस के मरीजों की बिगड़ी तबीयत
बीएमसी के मीडिया प्रभारी डॉ. उमेश पटेल ने बताया कि वर्तमान में यहां म्यूकोरमाइकोसिस वार्ड में 37 मरीजों का इलाज चल रही है. गुरूवार को शासन द्वारा 120 अम्फोटेरिसिन बी लिपिड कॉम्प्लेक्स इंजेक्शन भेजे गये, इंजेक्शन नए प्रकार के थे इसलिए एडवर्स रिएक्शन की संभावना को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति में एक मरीज को इंजेक्शन लगाया गया. किसी प्रकार का एडवर्ड्स रिएक्शन ना मिलने पर अन्य 25 मरीजों को इंजेक्शन लगाए गए, जिनमें से 23 मरीजों को माइल्ड एडवर्स रिएक्शन जैसे कि माइल्ड फीवर, वोमिटिंग, शिवेरिंग, बीपी का घटना-बढ़ना आदि देखने को मिला.

इंजेक्शन के इस्तेमाल को रोका
चिकित्सकों द्वारा तुरंत इंजेक्शन के इस्तेमाल को रोका गया. फिलहाल, दवाइयों द्वारा सभी एडवर्स रिएक्शन को कंट्रोल कर लिया गया है. बीएमसी डीन आरएस वर्मा के निर्देशन में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा सभी मरीजों का परीक्षण कर निगरानी में रखा गया है.

उज्जैन : Black Fungus के 55 मरीजों की एक साथ बिगड़ी तबीयत, इंजेक्शन बदलने के बाद खराब हुई हालत

इससे पहले भी बिगड़ी थी मरीजों की तबीयत
इससे पहले भी 6 जून को ऐसा ही मामला सामने आया था. दरअसल, बीएमसी (BMC) के म्यूकर माइकोसिस वार्ड में भर्ती 27 मरीजों को एंफोटरइसिन बी का इंजेक्शन लगाते ही एडवर्स रिएक्शन हुआ. तत्काल प्रभाव से इंजेक्शन को रोका गया एवं अधीक्षक एवं अधिष्ठाता के निर्देशन में विशेषज्ञों के द्वारा मरीजों का सिंप्टोमेटिक ट्रीटमेंट किया गया.

डरने या घबराने की आवश्यकता नहीं
विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया है कि डरने या घबराने की आवश्यकता नहीं है, सभी मरीजों की तबीतय फिलहाल, स्थिर है. बाद में जानकारी मिली थी कि जो इंजेक्शन भेजे गए थे वह पहले भेजे जा रहे इंजेक्शन से सस्ते और दूसरे फार्मूले के इंजेक्शन थे.

सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर ब्लैक फंगस (Black Fungus) के मरीजों की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है. दरअसल, सरकार द्वारा भेजे गए अम्फोटेरिसिन बी लिपिड कॉम्प्लेक्स इंजेक्शन से 37 मरीजों का इलाज चल रहा था. इंजेक्शन नए थे, इसलिए विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा एक मरीज पर परीक्षण के बाद इंजेक्शन लगाए गए थे. फिर अचानक 23 मरीजों की तबीयत बिगड़ने के कारण इंजेक्शन का उपयोग रोक दिया गया. फिलहाल, मरीजों का इलाज विशेषज्ञ डॉकरों की देखरेख में जारी है.

ब्लैक फंगस के मरीजों की बिगड़ी तबीयत

ब्लैक फंगस के मरीजों की बिगड़ी तबीयत
बीएमसी के मीडिया प्रभारी डॉ. उमेश पटेल ने बताया कि वर्तमान में यहां म्यूकोरमाइकोसिस वार्ड में 37 मरीजों का इलाज चल रही है. गुरूवार को शासन द्वारा 120 अम्फोटेरिसिन बी लिपिड कॉम्प्लेक्स इंजेक्शन भेजे गये, इंजेक्शन नए प्रकार के थे इसलिए एडवर्स रिएक्शन की संभावना को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति में एक मरीज को इंजेक्शन लगाया गया. किसी प्रकार का एडवर्ड्स रिएक्शन ना मिलने पर अन्य 25 मरीजों को इंजेक्शन लगाए गए, जिनमें से 23 मरीजों को माइल्ड एडवर्स रिएक्शन जैसे कि माइल्ड फीवर, वोमिटिंग, शिवेरिंग, बीपी का घटना-बढ़ना आदि देखने को मिला.

इंजेक्शन के इस्तेमाल को रोका
चिकित्सकों द्वारा तुरंत इंजेक्शन के इस्तेमाल को रोका गया. फिलहाल, दवाइयों द्वारा सभी एडवर्स रिएक्शन को कंट्रोल कर लिया गया है. बीएमसी डीन आरएस वर्मा के निर्देशन में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा सभी मरीजों का परीक्षण कर निगरानी में रखा गया है.

उज्जैन : Black Fungus के 55 मरीजों की एक साथ बिगड़ी तबीयत, इंजेक्शन बदलने के बाद खराब हुई हालत

इससे पहले भी बिगड़ी थी मरीजों की तबीयत
इससे पहले भी 6 जून को ऐसा ही मामला सामने आया था. दरअसल, बीएमसी (BMC) के म्यूकर माइकोसिस वार्ड में भर्ती 27 मरीजों को एंफोटरइसिन बी का इंजेक्शन लगाते ही एडवर्स रिएक्शन हुआ. तत्काल प्रभाव से इंजेक्शन को रोका गया एवं अधीक्षक एवं अधिष्ठाता के निर्देशन में विशेषज्ञों के द्वारा मरीजों का सिंप्टोमेटिक ट्रीटमेंट किया गया.

डरने या घबराने की आवश्यकता नहीं
विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया है कि डरने या घबराने की आवश्यकता नहीं है, सभी मरीजों की तबीतय फिलहाल, स्थिर है. बाद में जानकारी मिली थी कि जो इंजेक्शन भेजे गए थे वह पहले भेजे जा रहे इंजेक्शन से सस्ते और दूसरे फार्मूले के इंजेक्शन थे.

Last Updated : Jun 18, 2021, 9:16 AM IST
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