ETV Bharat / state

कर्जमाफी में गड़बड़ी, लोन चुकाने के बाद भी सूची में नाम देखकर परेशान हुये किसान

रीवा में रीब 90 अऋणी किसानों का नाम कर्ज माफी की सूची में है. कई किसान ऐसे हैं जिन्होंने कर्ज चुकता कर दिया. इस वजह से किसानों को काफी मुश्किले उठाना पड़ रही हैं.

Breaking News
author img

By

Published : Feb 8, 2019, 9:54 AM IST

रीवा। प्रदेश में कर्ज माफी को लेकर एक के बाद एक गड़बड़ियां सामने आती जा रही हैं. रीवा में भी ही ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां करीब 90 अऋणी किसानों का नाम कर्ज माफी की सूची में है. वहीं, कई किसान तो ऐसे हैं, जिन्होंने कर्ज चुका दिया है. लेकिन, फिर भी उनका नाम लिस्ट में हैं.

कर्ज माफी सूची में गड़बड़ी
undefined

मऊगंज विधानसभा क्षेत्र के हनुमना में रहने वाले कई किसान के नाम कर्जमाफी में जोड़ दिए गए हैं. इस सूची में सेना से रिटायर जवान का नाम भी है. उनका कहना है कि उन्होंने पहली बार कृषि धान बिक्री में हिस्सा लिया है. कर्जमाफी की सूची में उनके नाम पर 14 हजार का कर्ज बताया जा रहा है. जबकि, उन्होंने कोई कर्ज लिया ही नहीं है.

रीवा के ही पहेरा गांव में भी आशुतोष पांडे का नाम कर्ज माफी लिस्ट में है. आशुतोष का कहना है कि पिछले वर्ष जून में उसने कर्ज की राशि वापस जमा कर दी थी. राशि की रसीद दिखाते हुए उसने बताया कि उसका कर्ज चुकाने के बाद भी उसका नाम लिस्ट में है. आशुतोष ने इसकी शिकायत जिला कलेक्टर से की है. साथ ही समिति के अधिकारियों के ऊपर गलत तरीके से नाम जोड़ने पर शिकायत भी दर्ज कराई है.

रीवा। प्रदेश में कर्ज माफी को लेकर एक के बाद एक गड़बड़ियां सामने आती जा रही हैं. रीवा में भी ही ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां करीब 90 अऋणी किसानों का नाम कर्ज माफी की सूची में है. वहीं, कई किसान तो ऐसे हैं, जिन्होंने कर्ज चुका दिया है. लेकिन, फिर भी उनका नाम लिस्ट में हैं.

कर्ज माफी सूची में गड़बड़ी
undefined

मऊगंज विधानसभा क्षेत्र के हनुमना में रहने वाले कई किसान के नाम कर्जमाफी में जोड़ दिए गए हैं. इस सूची में सेना से रिटायर जवान का नाम भी है. उनका कहना है कि उन्होंने पहली बार कृषि धान बिक्री में हिस्सा लिया है. कर्जमाफी की सूची में उनके नाम पर 14 हजार का कर्ज बताया जा रहा है. जबकि, उन्होंने कोई कर्ज लिया ही नहीं है.

रीवा के ही पहेरा गांव में भी आशुतोष पांडे का नाम कर्ज माफी लिस्ट में है. आशुतोष का कहना है कि पिछले वर्ष जून में उसने कर्ज की राशि वापस जमा कर दी थी. राशि की रसीद दिखाते हुए उसने बताया कि उसका कर्ज चुकाने के बाद भी उसका नाम लिस्ट में है. आशुतोष ने इसकी शिकायत जिला कलेक्टर से की है. साथ ही समिति के अधिकारियों के ऊपर गलत तरीके से नाम जोड़ने पर शिकायत भी दर्ज कराई है.

Intro:एंकर-  प्रदेश में कर्ज माफी को लेकर एक के बाद एक गड़बड़ियां सामने आती जा रही हैं।  उन्हें गड़बड़ियों के बीच रीवा में भी इसी तरह का मामला सामने आया है जहां गांव के करीब 90  किसानों का करना होने के बाद भी कर्ज माफी में नाम आ गया वहीं कई किसान तो ऐसे हैं जिन्होंने करंजिया की राशि पटाने के बाद भी उनका नाम कर्ज माफी की लिस्ट में बारंबार जोड़ दिया गया।


Body:वियो- जहां एक और प्रदेश सरकार कर्ज माफी को लेकर नए में दावे कर रही है गड़बड़ियों को लेकर तुरंत कार्रवाई करने की बात कर रही है वहीं रीवा जिले में कर्ज माफी को लेकर कई बड़े मामले सामने आ रहे हैं। रीवा के  मऊगंज विधानसभा क्षेत्र के हनुमाना  में रहने वाले कई किसान के नाम कर्जमाफी में जोड़ दिए गए। उन्हीं में से एक  देश के रिटायर जवान ने बताया कि उन्होंने आज तक  सोसायटी तक नहीं देखी तो कर्ज  लेना तो दूर की बात है।  जवान ने कहा कि अपनी जिंदगी में पहली बार उसने कृषि धान बिक्री में हिस्सा लिया। वही जब कर्ज माफी की लिस्ट  में अपना नाम देख कर असर में आ गया उसने कहा कि उसके नाम पर करीब ₹14000 का कर्ज़ बताया गया जबकि आज तक उसने किसी प्रकार का कर्जा लिया ही नहीं था। इसकी बारंबार शिकायत भी की गई जिसके बाद कुछ अधिकारियों के द्वारा पैसे का प्रलोभन देकर मामले को खत्म करने की बात भी की गई। 


 इसी के समकक्ष दूसरा मामला रीवा जिले के पहेरा गांव का है  जहां आशुतोष पांडे नाम के किसान और उनके परिवार के नाम पर कर्ज माफी की राशि को पटाने के बाद भी उसका नाम समिति के द्वारा कर्ज माफी की लिस्ट में जोड़ दिया गया।  उसने बताया कि पिछले वर्ष जून के महीने में उसने शासन  से लिया गया धन का कर्ज़ की राशि वापस जमा कर दी थी राशि की रसीद दिखाते हुए उसने बताया कि राशि जमा करने के बाद भी जितना उसने कर्ज लिया था उतनी ही राशि का कर्ज़ बता कर उसका नाम कर्ज माफी के लिस्ट में फिर से जोड़ दिया गया।  जिसकी शिकायत लेकर वह  जिला कलेक्टर के पास पहुंचा और समिति के अधिकारियों के ऊपर गलत तरीके से पुनः नाम जोड़ने पर शिकायत भी दर्ज कराई।




Conclusion:..
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.