रीवा। लौर थाना क्षेत्र के तहत सीतापुर में पिछले दिनों गांव के ही करीब एक दर्जन दबंगों ने एक घर में घुसकर परिवार के करीब 6 लोगों के साथ जमकर मारपीट की थी और घर में तोड़फोड़ भी की थी . घटना के इतने दिनों बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है. वहीं पीड़ित पक्ष पुलिस पर दबंगों के साथ सांठगांठ का आरोप लगा रहा हैं. आरोपियों को खिलाफ कार्रवाई के लिए पीड़ित ने न्याय के लिए एसपी से गुहार लगाई है. वहीं मामले में एएसपी ने मामले की जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की बात की है.
एसपी ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं फरियादी
लौर थाना क्षेत्र के दौलत नगर स्थित सीतापुर की रहने वाली फरियादी आरती सिंह निष्पक्ष जांच करने की मांग को लेकर अपने परिजन के साथ आए दिन एसपी ऑफिस के चक्कर काट रही है. दअरसल, एक माह पूर्व गांव के ही रहने वाले रौशन खान, मैनुद्दीन खान, भैया लाल सिंह, रामु गुप्ता, सहित अन्य दो दर्जन से भी ज्यादा दबंगों ने उनके घर में घुसकर पहले तो परिजनों के साथ जमकर मारपीट करने का आरोप है. इस दौरान दबंगों द्वारा घर में रखे कीमती सामानों को तोड़ दिया था. जिसकी शिकायत लेकर पीड़ित परिवार स्थानीय थाने पहुंचा और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय पुलिस ने दोनों पक्षों पर मामला दर्ज कर लिया.
पुलिस पर लगाया मामले को टालने का आरोप
पीड़ित पंकज सिंह का आरोप है की स्थानीय पुलिस पैसों का लेन-देन कर आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही. जिसकी शिकायत लेकर पीड़ित परिवार ने रीवा पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन पीड़िक का आरोप है कि उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है. जिससे आरोपियों के हौसले और भी बुलंद होते जा रहे हैं. पीड़ित का आरोप है कि आये दिन पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. घटना को एक माह बीत जाने के बाद से पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चार बार चक्कर लगा चुका हैं, लेकिन बदमाशों पर कार्रवाई करने के बजाए पुलिस अधीक्षक द्वारा उन्हें सिर्फ कार्रवाई का आश्वासन देकर वापस लौटा दिया जाता है.
मामले में एडिशनल एसपी शिव कुमार वर्मा ने बताया कि शिकायतकर्ता आरती सिंह द्वारा थाना लौर में मारपीट की शिकायत दर्ज कराई गई थी. उसी दौरान दूसरा पक्ष भी मारपीट की शिकायत लेकर थाने पहुंचा था. फरियादी आरती सिंह के घर के बाहर कुछ वाहन खड़े हुए थे. उस दौरान वहीं से गुजर रहे दूसरे पक्ष द्वारा वाहन हटाने के लिए कहा गया था, जिसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया था. मारपीट में दोनों पक्षों से करीब 12 लोग घायल हुए थे, जिसके बाद दोनों तरफ से आरोपियों की गिरफ्तारी कर जमानत दे दी गई है और अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.