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लोकसभा चुनाव 2019: क्या रीवा में चलेगा सिद्धार्थ का सिक्का

सिद्धार्थ ने कहा कि राहुल गांधी ने मुझे टिकट देकर रीवा के 11 लाख 10 हजार मतदाताओं का सम्मान किया है.

कांग्रेस प्रत्याशी, सिद्धार्थ तिवारी
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Published : Apr 28, 2019, 5:14 PM IST

रीवा। सूबे की सियासत में रीवा क्षेत्र हमेशा चर्चित रहा है. यहां सफेद शेर यानी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. श्रीनिवास तिवारी का एक वक्त सिक्का चलता था. यही वजह है कि लोकसभा का चुनाव हो या विधानसभा पिछले चार दशकों से कांग्रेस इसी परिवार पर भरोसा जताती आ रही है. इस बार भी कांग्रेस ने पूर्व सांसद सुंदरलाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी को चुनावी अखाड़े में उतारा है.

क्या रीवा में चलेगा सिद्धार्थ का सिक्का

कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि '1972 में मेरे परिवार ने कांग्रेस की सदस्यता ली थी तब से लेकर अब तक मेरे परिवार ने क्षेत्र की जनता और कांग्रेस के लिये जितना बना किया'. उन्होंने कहा कि 'अगर बोला जाए कि मेरी रगों में कांग्रेस का खून है तो यह गलत नहीं होगा. मेरा जन्म 1983 में हुआ और मेरे बाबा ने 1972 में कांग्रेस की सदस्यता ली थी.'

सिद्धार्थ ने कहा कि राहुल गांधी ने मुझे टिकट देकर रीवा के 11 लाख 10 हजार मतदाताओं का सम्मान किया है. चुनावी मुद्दों पर उन्होने कहा कि आम आदमी की समस्या, विकास, रोजगार, सड़क बिजली, पानी है. बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा ने पिछले पांच सालों में क्षेत्र में विकास नहीं किया. देश और प्रदेश में सरकार होने के बावजूद जर्नादन मिश्रा ने कुछ नहीं किया और अब वह जनता को मुद्दों से भटका रहे हैं.

पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के कहने पर रीवा में कांग्रेस के साथ एक नई राजनीति की शुरूआत करने वाले श्रीनिवास तिवारी ने सफेद शेर के रूप में पहचान स्थापित की.उसके बाद राजीव गांधी के साथ उनके बेटे सुंदरलाल तिवारी ने लगातार कांग्रेस के लिए काम किया. अब सिद्धार्थ ने राहुल गांधी के साथ मिलकर कांग्रेस की राह पकड़ी है.

रीवा। सूबे की सियासत में रीवा क्षेत्र हमेशा चर्चित रहा है. यहां सफेद शेर यानी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. श्रीनिवास तिवारी का एक वक्त सिक्का चलता था. यही वजह है कि लोकसभा का चुनाव हो या विधानसभा पिछले चार दशकों से कांग्रेस इसी परिवार पर भरोसा जताती आ रही है. इस बार भी कांग्रेस ने पूर्व सांसद सुंदरलाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी को चुनावी अखाड़े में उतारा है.

क्या रीवा में चलेगा सिद्धार्थ का सिक्का

कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि '1972 में मेरे परिवार ने कांग्रेस की सदस्यता ली थी तब से लेकर अब तक मेरे परिवार ने क्षेत्र की जनता और कांग्रेस के लिये जितना बना किया'. उन्होंने कहा कि 'अगर बोला जाए कि मेरी रगों में कांग्रेस का खून है तो यह गलत नहीं होगा. मेरा जन्म 1983 में हुआ और मेरे बाबा ने 1972 में कांग्रेस की सदस्यता ली थी.'

सिद्धार्थ ने कहा कि राहुल गांधी ने मुझे टिकट देकर रीवा के 11 लाख 10 हजार मतदाताओं का सम्मान किया है. चुनावी मुद्दों पर उन्होने कहा कि आम आदमी की समस्या, विकास, रोजगार, सड़क बिजली, पानी है. बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा ने पिछले पांच सालों में क्षेत्र में विकास नहीं किया. देश और प्रदेश में सरकार होने के बावजूद जर्नादन मिश्रा ने कुछ नहीं किया और अब वह जनता को मुद्दों से भटका रहे हैं.

पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के कहने पर रीवा में कांग्रेस के साथ एक नई राजनीति की शुरूआत करने वाले श्रीनिवास तिवारी ने सफेद शेर के रूप में पहचान स्थापित की.उसके बाद राजीव गांधी के साथ उनके बेटे सुंदरलाल तिवारी ने लगातार कांग्रेस के लिए काम किया. अब सिद्धार्थ ने राहुल गांधी के साथ मिलकर कांग्रेस की राह पकड़ी है.

Intro:note- इस खबर में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, राहुल गांधी, श्रीनिवास तिवारी और सुंदर लाल तिवारी के फाइल शॉट का उपयोग किया जा सकता है..

मध्यप्रदेश में कभी भी राजनीति का जिक्र होता है तो रीवा का नाम सबसे पहले सामने आता है रीवा की राजनीति हमेशा से ही एक अलग ही परिणाम सामने लाती रही है देश आजाद होने के बाद विंध्य प्रदेश में समाजवादी पृष्ठभूमि के रूप में रीवा का नाम सबसे पहले सामने आया था यहां सबसे पहले विंध्य के सफेद शेर माने जाने वाले सबसे कम उम्र के पहले आम सभा चुनाव में विधायक चुने गए थे... और तब से लेकर आज तक श्रीनिवास तिवारी और उनके परिवार का राजनीति से गहरा संबंध है राजनीति में एक लंबे सफर के बाद 1973 में इंदिरा गांधी के कहने पर इस परिवार ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था और तब से लेकर आज तक चार दशकों से लगातार कांग्रेस इस परिवार पर भरोसा जताते आ रही है लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव इस परिवार से ही प्रत्याशी बना कर मैदान में उतारा जाता है वहीं तीन दशकों से लगातार इंदिरा गांधी राजीव गांधी और अब राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में इसी परिवार के बेटे श्रीनिवास तिवारी के नाती और पूर्व सांसद सुंदरलाल तिवारी के बेटे पर भरोसा जताया है...


Body:बचपन से ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के रूप में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले रीवा के सफेद शेर माने जाने वाले स्वर्गीय श्री निवास तिवारी ने राजनीति में कदम रख दिया था देश की आजादी के बाद सन 1952 में समाजवादी पार्टी से पहली बार चुनाव लड़ कर सबसे कम उम्र का विधायक चुने गए थे आर्थिक रूप से कमजोर श्रीनिवास तिवारी को चुनाव लड़ने के लिए इनके ही मित्र ने अपने घर से ₹500 का सोना बेचकर चुनाव लड़ने में मदद की थी उसके बाद 1957 में 1972 से 1985 1990 से 2003 तक लगातार जीत दर्ज की सन 1980 में प्रदेश सरकार में मंत्री रहे और 1993 से 2003 तक विधानसभा अध्यक्ष रहे..


श्रीनिवास तिवारी के साथ साथ उनके पुत्र सुंदरलाल तिवारी ने वकालत की पढ़ाई करने के बाद राजीव गांधी के नेतृत्व में 1996 से 2014 तक 5 लोकसभा चुनाव लड़ा 1999 में सांसद भी चुने गए इसके अलावा 2013 में गुड़ से चुनाव लड़ कर विधायक भी बने.. हालांकि सुंदर लाल 2018 का चुनाव हार गए और अचानक दिल का दौरा पड़ने के कारण उनका स्वर्गवास भी हो गया..


अब तीसरी पीढ़ी के रूप में लोकसभा चुनाव में रीवा से राहुल गांधी ने इसी परिवार पर फिर भरोसा जताया श्रीनिवास तिवारी के नाती और सुंदर लाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी को रीवा लोकसभा का टिकट दिया.. इंदिरा गांधी के कहने पर रीवा में कांग्रेस के साथ एक नई राजनीति की शुरुआत करने वाले श्रीनिवास तिवारी ने सफेद शेर के रूप में एक अलग ही नाम कमाए.. उसके बाद राजीव गांधी के साथ इनके बेटे सुंदरलाल तिवारी लगातार कांग्रेस के लिए काम किया अब सिद्धार्थ ने राहुल गांधी के साथ मिलकर कांग्रेस की राह पकड़ी है।

रुको से चली आ रही राजनीति को लेकर जब हमने सिद्धार्थ तिवारी से बात की तो सिद्धार्थ ने कहा कि पिछले चार दशक से हम कांग्रेस के साथ मिलकर जनता की सेवा करते सबसे पहले दादा श्रीनिवास तिवारी ने कांग्रेस के साथ मिलकर जनता की सेवा करने का अवसर प्राप्त किया उसके बाद पिता सुंदरलाल तिवारी को जनता की सेवा करने का अवसर मिला अब राहुल गांधी के नेतृत्व में मुझे जनता का प्यार मिल रहा है हमारा उद्देश्य केवल जनता की सेवा करना है सिद्धार्थ ने कहा कि जब मैं जनता के बीच जाते हैं तो उन्हें लोग नेता नहीं बल्कि बेटा कहकर बुलाते हैं मैं रीवा की जनता का बेटा हूं और जिस पर मुझे भरोसा है।



Conclusion:.....
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