रीवा। बीजेपी की केन्द्र और मध्य प्रदेश के राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं व उपलब्धियां बताने के लिए रीवा के भारतीय जनता पार्टी कार्यालय अटल कुंज में पत्रकारवार्ता अयोजित की गई. पत्रकारवार्ता को संबोधित करने सतना के महपौर योगेश ताम्रकार रीवा आए. इस दौरान उन्होंने तमाम योजनाओं का बखान किया. महपौर योगेश ताम्रकार अनेकों योजनाओं का जिक्र कर ही रहे थे की अचानक से बत्ती गुल हो गई. पत्रकार के सवाल पर उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए पूर्व सरकार के कार्यकाल की याद दिलानी शूरु कर दी.
सतना महापौर ने रीवा में गिनाई सरकार की उपलब्धियां: रीवा के बीजेपी कार्यालय अटल कुंज में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई. सतना महापौर योगेश ताम्रकार ने कहा की "केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार और प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ये को डबल इंजन की सरकार है. उसके कारण आज जब कभी हम 2003 के पहले की बात करते हैं, तो लोग प्रदेश को बीमारु राज्य मानते थे. सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क ढूंढने की बात करते थे. आज इसी मध्यप्रदेश में नर्मदा एक्सप्रेसवे, चंबल एक्सप्रेसवे, प्रदेश के रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे इनका जिस प्रकार से डैवलपमेंट हुआ है, उसे लेकर जनता ही कहने लगी है की हम कभी कल्पना ही नहीं कर सकते थे की इस प्रकार की रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, हवाई अड्डे और सड़कें होगी. जिसका जीता जागता उदाहरण भोपाल का रानी कमलापति रेलवे स्टेशन है."
देश और प्रदेश में है बेहतर सड़कें, बता रहें आंकड़े: महापौर योगेश तमरकार ने कहा की कई लाख किलोमिटर की सड़कें भी अच्छी कंडीशन की बन चुकी है. यह कार्य निरंतर चल रहा है. इसलिए मेरा यह कहना है की जिस प्रकार से पूरे देश में सड़कों का अभूतपूर्व कार्य हुआ है. वह मध्य प्रदेश या फिर रीवा भर में ही नहीं अगले आने वाले कुछ सालों में एक भी सड़क ऐसी नहीं बचेगी, जहां आपको गड्ढे मिलेंगे, क्योंकि आंकड़े बता रहे हैं की काम बहुत तेजी से हुआ है."
पत्रकारवार्ता में बत्ती गुल होने पर दिलाने लगे पूर्व सरकार की याद: सतना महापौर योगेश ताम्रकार सरकार की योजनाओं का बखान कर ही रहे थे की अचानक से बत्ती गुल हो गई. 24 घंटे बिजली देने के वादे की पोल खुल गई. सवाल करने पर महापौर ने पूर्व सरकार के कार्यकाल की याद दिलानी शूरू कर दी. उन्होंने कहा की 2004 के पहले हम बीमारु राज्य के नाम से जाते थे. हमारे प्रदेश के बिजली का उत्पादन कुल 3800 मेगावॉट था. आज हम 26000 मेगावॉट बिजली बना रहे हैं. इसका मतलब यह है की बिजली की कमी नहीं है. पॉवर सरप्लस स्टेट है. मैं तो रीवा में बैठा हुं. आप सब लोगों को जानकारी है की रीवा के गुढ़ क्षेत्र में एशिया का सबसे बड़ा सोलर पॉवर प्लांट है. जहां 700 मेगावॉट बिजली उत्पन्न होती है. यहां के बिजली से दिल्ली की मेट्रो चल रही है. हमारे पास बिजली की कमी नहीं है मेंटेनेंस को लेकर कभी ट्रिपिंग की समस्या होती है और आगे भी हो सकती है.