रीवा। मध्य प्रदेश में रेत माफिया कितने बेलगाम हैं इसका अंदाजा शहडोल जिले में एक पटवारी की मौत से लगाया जा सकता है. बीते दिनों यहां पर रेत का अवैध उत्खनन कर रहे रेत माफिया ने पटवारी प्रसन्न सिंह बघेल को ट्रैक्टर से कुचलकर बेरहमी से मार दिया गया था. इस जघन्य हत्याकांड के बाद भी प्रदेश के ऐसे कई जिले हैं, जहां अब भी रेत माफिया लगातार रेत का अवैध उत्खनन करने में धड़ल्ले से लगे हुए है. ताजा मामला रीवा जिले के त्योंथर का है, यहां पर माफिया टमस और बेलन नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर नदियों का सीना छलनी कर रहे हैं.
बेधड़क हो रहा रेत खनन : रीवा जिले के त्योंथर तहसील के टमस और बेलन नदी में लगाताार खनन हो रहा है. रेत माफिया दोनों नदियों का सीना लगातार चीर रहे हैं. यहां पर हैवी मशीनों के माध्यम से बरुआ, तमसा आरती घाट ,बाबूपुर सहित एक दर्जन से अधिक घाटों में लगातार रेत का अवैध उत्खनन द्वारा किया जा रहा है. इन घाटों से रेत का अवैध खनन कर बड़ी नाव और ट्रैक्टर के माध्यम यूपी की ओर रेत का परिवहन किया जा रहा है. खनिज तथा राजस्व और पुलिस विभाग मूकदर्शक बने बैठे हैं.
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क्या अफसरों की मिलीभगत है : रेत खनन को लेकर जिम्मेदार अधिकारी खामोशी की चादर ओढ़े हैं. हर कोई जानता है कि रेत खनन दिन के उजारे में किया जा रहा है. इसके बाद प्रशासन के नुमाइंदे कार्रवाई करने से हिचक रहे हैं. ऐसे में इस बात को बल मिलता है कि अधिकारी रेत माफिया से मिले हुए हैं. जब मामला गर्माता है तो कुछ जब्ती करके प्रशासन कड़ी कार्रवाई की दुहाई देता है. इस मामले में त्योंथर एसडीओपी उदित मिश्रा का कहना है कि जल्द ही खनिज, राजस्व विभाग को सूचना देकर कार्रवाई की जायेगी.