रीवा। शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय (trs college rewa) के 3 पुराने प्राचार्यों को करोड़ों रुपये के घोटाले के आरोप में जिला एवं सत्र न्यायालय के आदेश पर शुक्रवार को जेल भेजा गया है. (Rewa TRS College scam) तीनों प्राचार्यों के विरुद्ध वर्ष 2020 में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ "EOW" को भ्रष्टाचार की शिकायत प्राप्त हुई थी. जिसके बाद हुई जांच में तीनों प्राचार्यों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई थी. भ्रष्टाचार के आरोप में टीआरएस कॉलेज के (Rewa three former principals sent to jail) पूर्व प्राचार्य डॉ रामलला शुक्ला, डॉ सत्येंद्र शर्मा और समी उल्लाह खान द्वारा किए गए घोटाले पर जिला एवं सत्र न्यायालय में सुनवाई की गई थी.
न्यायालय ने तीन प्राचार्यों को भेजा जेल: वर्ष 2020 में ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में हुई वित्तीय अनियमितताओं को लेकर ईओडब्ल्यू के द्वारा तीन पुराने प्राचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसकी जांच पर ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय के तत्कालीन प्राचार्य डॉ. रामलाल शुक्ला तथा पुराने प्राचार्य सत्येंद्र शर्मा और समी उल्लाह खान के द्वारा करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई थी. जिसके बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने तीनों प्राचार्य के खिलाफ न्यायालय में चलान पेश किया. इस मामले में सुनवाई करते हुए जिला एवं सत्र न्यायालय द्वारा तीनों प्राचार्यों को मेडिकल परीक्षण के बाद जेल भेज दिया गया है.
साढ़े चार करोड़ का घोटाला: बताया जा रहा है कि, शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में साढ़े चार करोड़ के घोटाले पर एफआईआर दर्ज होने के बाद आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ EOW की टीम संबंधित दस्तावेजों को जब्त करने टीआरएस कॉलेज पहुंची थी. जिसके बाद दस्तावेज खंगालने पर दोष सिद्ध हुआ था.
![Rewa TRS College scam](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-rew-02-trs-prachary-jail-pkg-mp10040mp4_28102022222032_2810f_1666975832_134.jpg)
खुद के खाते में ट्रांसफर की थी राशि: टीआरएस प्राचार्य व अन्य लोगों द्वारा कॉलेज में आर्थिक गड़बड़ी किए जाने का मामला काफी पहले से उठ रहा था. जिस पर कलेक्टर द्वारा टीम बनाकर जांच कराई गई थी. इस जांच दल ने भी यह पाया था कि कॉलेज में आर्थिक अनियमितताएं हुई हैं. तथा मानदेय, यात्रा भत्ता, पारिश्रमिक आदि में गड़बड़ी कर करोड़ों की राशि आहरण कर खुद के खाते में ट्रांसफर की गई है.
4 करोड़ रुपये से अधिक का गबन: ईओडब्ल्यू की माने तो टीआरएस कॉलेज में हुई वित्तीय अनियमितता को लेकर पहली चार्जशीट तैयार कर तीनों के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया गया था. जिसमें तकरीबन 4 करोड़ रुपये से अधिक के गबन का मामला प्रकाश में आया है. इसके अलावा भ्रष्टाचार के कई अन्य मामले भी इनके खिलाफ दर्ज किए गए हैं. आने वाले समय में इन सभी पर 20 करोड़ रुपये से अधिक राशि गबन किए जाने का खुलासा हो सकता है.
टीआरएस कॉलेज में EOW की दबिश, खंगले जा रहे दस्तावेज
इनके खिलाफ दर्ज है प्रकरण: तीन पूर्व प्राचार्यों सहित 19 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था. इसमें तत्कालीन प्राचार्य रामलला शुक्ल, तत्कालीन प्राचार्य डॉ. एसयू खान, तत्कालीन प्राचार्य डॉ. सतेन्द्र शर्मा सहित परीक्षा नियंत्रक अजय शंकर पाण्डेय, डॉ. कल्पना अग्रवाल, डॉ. संजय सिंह, डॉ. संजय शंकर मिश्रा, डॉ. अवध प्रताप शुक्ला, डॉ. एसएन पाण्डेय, डॉ. आरएन तिवारी, डॉ. आरपी चतुर्वेदी, डॉ. सुशील कुमार, आरके धुर्वे, डॉ. एचडी गुप्ता, श्रमिक प्रियंका मिश्रा, प्रभात प्रजापति, भृत्य रामप्रकाश चतुर्वेदी सहित तत्कालीन लेखापाल का नाम शामिल है. जिनमें से तीनों पुराने प्राचार्य को जेल भेजा गया है.