रीवा। अपराधी चाहे कितना भी चालक और शातिर ही क्यों न हो. आखिरकार वह एक न एक दिन पुलिस के हत्थे चढ़ ही जाता है. ऐसा ही एक मामला जिले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र से सामने आया है. जहां एक तस्कर लंबे समय से पुलिस की आंख में धूल झोंककर नशीली कफ सीरप का गोरखधंधा चला रहा था. पिछ्ले दिनो गोविंदगढ़ पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी. जिसके बाद रविवार को पुलिस ने शातिर तस्कर के घर पर दबिश दी लेकिन कुछ खास हाथ नहीं लगा.
मवेशियों वाली कोठरी में छिपाया : पुलिस जब मवेशी वाली कोठरी में पहुंची और तलाशी लेनी शुरू की तो टीम के होश उड़ गए. कोठरी में पुलिस को दीवार से सटा एक टंकीनुमा ढांचा दिखाई दिया. पुलिस को शक हुआ और तत्काल हथौड़ा मंगाया. टंकीनुमा ढांचे को जब हथौडे़ से तोडना शुरू किया गया तो अंदर बोरी और कार्टून मिले. जब दोनों को खोलकर देखा गया तो उसके अंदर नशीली कफ सिरप की खेप बरामद हुई. पुलिस ने तस्कर के घर पर तहखाने से 1000 नशीली कफ सीरप की शीशियां बरामद की हैं. जिसकी कीमत लगभग 1 लाख 40 हजार रुपये बताई जा रही है.
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पहले से 25 अपराध दर्ज : पुलिस के मुताबिक गोविंदगढ़ के बांसा गांव में स्थित पतेरियान टोला का निवासी आरोपी राकेश सिंह द्वारा नशीली कफ सिरप की बिक्री किए जाने की सूचना मुखबिर से प्राप्त हुई थी. जिसके बाद पुलिस की टीम ने रेड मारकर आरोपी के कब्जे से 1000 नशीली कफ सीरप की शीशियां बरामद की है. आरोपी के विरुद्ध पुलिस ने अपराध क्रमांक 234/23 धारा 8/21,22 NDPS, 5/13 औषधि अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है. बताया गया की शातिर तस्कर राकेश सिंह के खिलाफ पहले से ही 25 अपराध दर्ज है.