रीवा। संत रविदास यात्रा का समापन 12 अगस्त को सागर में होगा. सागर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 102 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले संत रविदास जी के मंदिर और स्मारक का भूमिपूजन करेंगे. इसमें हमारे क्षेत्र की नदियों और गांव की मिट्टी भी समाहित होगी. रीवा जिले के ग्राम पथरहा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के अलावा, सांसद जनार्दन मिश्रा, गुढ़ विधायक नागेंद्र सिंह, मनगवां विधायक पंचुलाल प्रजापति साहित अन्य स्थानीय लोग शामिल हुए. इस दौरान विधानासभा अध्यक्ष ने संत राविदास की चरण पादुकाओं तथा पवित्र जल कलश का पूजन किया.
तब भारत विश्व गुरु था, फिर बनेगा : इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज से 700 साल पहले जब संत रविदास तथा अन्य संतों का युग था, तब भारत विश्व गुरु था. संत रविदास जी के विचार और उपदेशों का अनुसरण करके देश पुन: विश्व गुरु बनेगा. जन-जन तक संत शिरोमणि का संदेश पहुंचाने के लिए रथ यात्रा शुरू की गयी है. समारोह की अध्यक्षता करते हुए मनगवां विधायक पंचूलाल प्रजापति ने कहा कि हमारा देश संतों का देश है. यहां हजारों साल से संत परंपरा चली आ रही है. संत शिरोमणि रविदास इसी परंपरा के संत थे. उन्होंने समाज से कुरीतियों, जातिगत भेदभाव मिटाने तथा सामाजिक समरसता बनाने के लिए जीवन भर प्रयास किया.
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5 स्थानों से शुरू हुई यात्रा : संत रविदास जी के विचारों को अंगीकार करके डॉ.भीमराव अम्बेडकर ने देश के संविधान में सामाजिक समरसता को शामिल किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गरीबों और पिछड़ों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं लागू करके संत शिरोमणि की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं. समरसता यात्रा के संयोजक सियाशरण साकेत ने कहा कि प्रदेश के 5 स्थानों से 25 जुलाई से संत शिरोमणि समरसता यात्रा आरंभ हुई थी. इसका समापन 12 अगस्त को सागर में होगा. इस यात्रा के माध्यम से संत रविदास जी के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है.