रीवा। शहर के समान थाना क्षेत्र स्थित बाल सुधार गृह से 8 बाल आपचारी बालक अचानक फरार हो गए. घटना के बाद विभाग में हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि बाल सुधार गृह में पदस्थ अधीक्षक की लापरवाही के चलते बाल आपचारी भागने में कामयाब हुए हैं. बाल अपचारियों के हाथ गेट की चाभी लग गई, जिसके बाद वह सुधार गृह के अंदर लगे CCTV कैमरों के केबल काटकर छत से कूदकर भाग गए. बाल अपचारियों के भागने की पूरी घटना सुधार गृह में बाहर लगे CCTV कैमरों में कैद हो गई है. ये घटना बुधवार की सुबह तकरीबन 8:45 बजे हुई है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच करते हुए फरार हुए बाल अपचारियों की तलाश शुरू कर दी.
बाल सुधार गृह में पदस्थ अधीक्षक की लापरवाही आई सामनेः जानकारी के मुताबिक बाल सुधार गृह में पदस्थ अधीक्षक रमेश कोल ने लापरवाही पूर्वक रात को बाल सुधार गृह की जांच कर चैनल गेट में ताला बंद करके ताले की चाभी गेट के बगल में टांग दी. इसी का फायदा उठाकर बाल अपचारियों ने पहले गेट का ताला खोला, फिर वहां पर लगे CCTV कैमरों के केबल काटे और छत से नीचे कूदकर भागने में कामायाब हो गए. घटना की शिकायत बाल सुधार गृह के अधीक्षक रमेश कोल ने समान थाने में की जिसके बाद पुलिस की टीम सभी बाल अपचारियों की तलाश करने में जुटी हुई है. वहीं बाल आपचारियों के भागने का CCTV फुटेज भी सामने आया है.
छत से भागे बाल आपचारी: इस मामले में बाल सुधार गृह के अधीक्षक रमेश कोल का कहना है कि, ''बाल सुधार गृह से भागे 8 बाल अपचारियों को चोरी के मामले में बाल सुधार गृह में रखा गया था.'' अधीक्षक का कहना है कि, ''रात में चेकिंग कर सभी बच्चों को कमरे में बंद कर के चले गए. सुबह गार्ड ने फोन करके बताया कि सुधार गृह से 8 अपचारी भाग गए हैं.'' अधीक्षक ने कहा कि, ''बाल आपचारियों ने पहले गेट का ताला तोड़ा, फिर सीसीटीवी कैमरा के तार काटे और छत के रास्ते कूदकर भागने में कामयाब हो गए.''
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पूर्व में भी हो चुकी है इस तरह की कई घटनाएंः यह कोई पहली ऐसी घटना नहीं है जब बाल सुधार गृह से बाल अपचारी भागने में कामयाब हुए हैं. इसके पूर्व में भी कई बार बाल सुधार गृह में इस तरह की कई घटनाएं घटित हो चुकी हैं, जहां अधिकारियों की लापरवाही के चलते कई बाल अपचारी फरार हो चुके हैं. हालांकि, पूर्व में भागे बाल आपचारियों को दस्तयाब कर वापस बाल सुधार गृह लाया जा चुका है लेकिन एक बार फिर बाल सुधार गृह से भागे 8 बाल अपचारियों की घटना ने प्रशासनिक व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है.