रीवा। जबलपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने रीवा पुलिस की मदद से कार्रवाई करते हुए ठग गिरोह के एक सदस्य को पकड़ने में सफलता हासिल की है. पकड़ा गया आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लोगों से पेड़ लगाने के नाम पर पैसे ऐंठता था. बता दें कि इस घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को मिली उन्होंने कार्रवाई करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी. वहीं इस बात की भनक जैसे ही ठग गिरोह को लगी वे लोगों का लाखों रुपए लेकर जबलपुर से भाग गए. इसके बाद इस घटना की सूचना रीवा पुलिस को दी गई. रीवा पुलिस ने ठगों का पीछा करना शुरू किया. इस दौरान पुराने बस स्टैंड के पास आरोपी को पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से पुलिस ने ठगी की 25 लाख रुपए भी बरामद किए हैं.
पेड़ लगाने के नाम पर ठगी: जबलपुर में एक ठग गिरोह पिछले लंबे समय से सक्रिय था. ठग गिरोह लोगों से पेड़ लगाने के नाम पर पैसे लेता था और फिर रफूचक्कर हो जाता था. इस तरह से ठग गिरोह ने कई लोगों से लाखों रुपए की ठगी की है. लोगो को जब खुद के साथ ठगी होने का एहसास हुआ तो उन्होंने जबलपुर के मढोताल थाना पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद मढोताल पुलिस ने मामले की शिकायत दर्ज करते हुए ठग गिरोह की तलाश शुरू कर दी थी.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पहुंचे ठग: जबलपुर थाने में शिकायत दर्ज होने की जानकारी ठग गिरोह को लग गई थी. इसके बाद आरोपियों ने ठगी का पैसा एकत्रित कर जबलपुर से फरार हो गये. पुलिस को ठग गिरोह की लोकेशन प्राप्त हुई, जिसमें ठग गाड़ी बदल बदलकर रीवा की ओर भाग रहे थे. जबलपुर पुलिस की टीम ने रीवा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क साध इसकी जानकारी दी. इसके बाद रीवा पुलिस ने शहर के पुराने बस स्टैंड के पास नाकेबंदी कर दी. वहीं, जबलपुर पुलिस की टीम भी ठग गिरोह का पीछा करते रीवा पहुंच गई. दोनों पुलिस की टीम ने एक कार को रोक उसकी तलाशी की. जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ. कार सवार व्यक्ति के पास से ठगी के 25 लाख रुपये पुलिस ने बरामद किए हैं.
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अलग-अलग कार से फरार आरोपी: बताया जा रहा है की ठग गिरोह के सभी सदस्य उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के निवासी हैं. जबलपुर से भागने के लिए आरोपी अलग-अलग कार में सवार हुए थे. 1 आरोपी को पुलिस ने 25 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया है, लेकिन अन्य आरोपी भागने में कामयाब हुए हैं. वहीं, पकड़े गए आरोपी को रीवा पुलिस ने जबलपुर की पुलिस को सौंप दिया है. अब आरोपी से अन्य ठगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.