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संजय गांधी हॉस्पिटल में युवक की मौत पर बवाल, डॉक्टरों पर लगे गंभीर आरोप - डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप

संजय गांधी अस्पताल में युवक की मौत पर बवाल हो गया है. डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा है. इतना हीं नहीं मृतक के परिजनों का कहना है कि डॉक्टर निजी अस्पताल में इलाज का दवाब बना रहे थे.

संजय गांधी हॉस्पिटल में युवक की मौत पर बवाल
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Published : Aug 4, 2019, 3:56 AM IST

रीवा। सड़क हादसे के बाद अस्पताल में भर्ती एक युवक की मौत होने पर बवाल हो गया है. युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में ही हंगामा खड़ा कर दिया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से युवक की मौत हुई है. उनका आरोप है कि सही समय पर युवक का इलाज होता तो शायद वह बच जाता.

संजय गांधी हॉस्पिटल में युवक की मौत पर बवाल

परिजनों ने बताया सरकारी डॉक्टर होने के बावजूद न्यूरोलॉजिस्ट विभाग में पदस्थ डॉ. सोनपाल जिंदल ने युवक को निजी हॉस्पिटल में भर्ती करने को कहा था और ढाई लाख रुपये जमा करने की बात भी कही थी. आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार ने इससे इन्कार किया और उसे सरकारी हॉस्पिटल में ही भर्ती रखा. जिसके बाद इलाज के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया.

वहीं अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही होने की बात को खारिज करते हुए मामले की जांच की बात कही है. अस्पताल के सीएमओ अतुल सिंह का कहना है कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

प्राइवेट अस्पताल में इलाज का दिया जाता है झांसा
विंध्य के सबसे बड़े संजय गांधी हॉस्पिटल में इस तरह की घटना इन दिनों आम हो गई है. पैसे लेकर इलाज करने वाले मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. कुछ मरीज इसका विरोध कर देते हैं तो कुछ डॉक्टरों के झांसे में आकर पैसे देकर प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा लेते हैं, जबकि शासन-प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

रीवा। सड़क हादसे के बाद अस्पताल में भर्ती एक युवक की मौत होने पर बवाल हो गया है. युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में ही हंगामा खड़ा कर दिया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से युवक की मौत हुई है. उनका आरोप है कि सही समय पर युवक का इलाज होता तो शायद वह बच जाता.

संजय गांधी हॉस्पिटल में युवक की मौत पर बवाल

परिजनों ने बताया सरकारी डॉक्टर होने के बावजूद न्यूरोलॉजिस्ट विभाग में पदस्थ डॉ. सोनपाल जिंदल ने युवक को निजी हॉस्पिटल में भर्ती करने को कहा था और ढाई लाख रुपये जमा करने की बात भी कही थी. आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार ने इससे इन्कार किया और उसे सरकारी हॉस्पिटल में ही भर्ती रखा. जिसके बाद इलाज के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया.

वहीं अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही होने की बात को खारिज करते हुए मामले की जांच की बात कही है. अस्पताल के सीएमओ अतुल सिंह का कहना है कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

प्राइवेट अस्पताल में इलाज का दिया जाता है झांसा
विंध्य के सबसे बड़े संजय गांधी हॉस्पिटल में इस तरह की घटना इन दिनों आम हो गई है. पैसे लेकर इलाज करने वाले मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. कुछ मरीज इसका विरोध कर देते हैं तो कुछ डॉक्टरों के झांसे में आकर पैसे देकर प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा लेते हैं, जबकि शासन-प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

Intro:सड़क दुर्घटना में घायल युवक की आज संजय गांधी अस्पताल में मौत हो गई जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टर के ऊपर निजी अस्पताल में भर्ती करने के दबाव का आरोप लगाया है इसमें परिजनों ने कहा है कि डॉक्टर के द्वारा सर्जरी करने के एवज में ढाई लाख रुपए की डिमांड की जा रही थी लेकिन आर्थिक तंगी से जूझ रहा है परिवार उनकी बात ना मान पाया जिसके बाद डॉक्टर की लापरवाही से उस मरीज की मौत हो गई. वहीं अस्पताल प्रबंधन ने कहां की अगर ऐसी कोई बात है तो उस मामले की जांच की जाएगी और जो उचित कार्रवाई होगी वह की जाएगी.


Body:वृंद के सबसे बड़े अस्पताल संजय गांधी में आज इन डॉक्टरों की लापरवाही की बात सामने आती रहती है मगर लचर प्रबंधन इस ओर कोई विशेष रूख अख्तियार नहीं कर पा रहा है जिसके कारण हर रोज भारी संख्या में मरीजों की मौत हो जा रही है.. यह एक ताजा मामला सामने आया है डॉक्टर के द्वारा निजी अस्पताल में भर्ती कराने के दबाव बनाने का...

दरअसल 27 जुलाई की शाम सड़क दुर्घटना में घायल युवक संजय गांधी अस्पताल में भर्ती हुआ जिसके दो दिन बाद ही अस्पताल में न्यूरोलॉजिस्ट विभाग में पदस्थ डॉ सोनपाल जिंदल ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी तथा रिवर पैथोलॉजी नाम से जाना जाने वाला अस्पताल में ढाई लाख रुपए जमा कराने की बात कही गई वहीं जब परिजन ने अपने मरीज को निजी अस्पताल में भर्ती नहीं किया तो डॉक्टर ने सरकारी अस्पताल में उसका इलाज करने से मना कर दिया जिससे आज उसकी मौत हो गई तथा आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया..

वहीं इस पूरे मामले को लेकर रीवा संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ अतुल सिंह ने बताया कि यह एक्सीडेंट का मामला सामने आया था लेकिन युवक की हाल ही में मौत हो गई है वहीं परिजन डॉक्टर पर भी आरोप लगा रहे हैं इस मामले की तह तक जाया जाएगा और जो भी आरोप लगे हैं वह अगर सिद्ध होते हैं तो डॉक्टर पर कार्यवाही भी की जाएगी


Conclusion:दरअसल रीवा जिले के विंध्य का सबसे बड़ा अस्पताल संजय गांधी में इस तरह की घटना इन दिनों आम हो गई है पैसे लेकर इलाज करने वाले मामले आए दिन सामने आ रहे हैं कुछ मरीज इसका विरोध कर देते हैं तो कुछ डॉक्टर के प्रलोभन के झांसे में आकर पैसे देकर प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा लेते हैं शासन प्रशासन भी इस पर कोई रुक अपना नहीं रहा है..


byte- परिजन।
byte- डॉक्टर अतुल सिंह, c.m.o. संजय गांधी अस्पताल।
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