रीवा। एक दिवसीय प्रवास पर रीवा पहुंचे प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) को कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई (National Students Union of India) के दर्जन भर कार्यकर्ताओं ने काले झंडे (NSUI Shows Black Flags to Minister) दिखाए. प्रदर्शनकारियों ने बीच सड़क पर मंत्री का काफिला रोक लिया था, जिसके चलते अफरा- तफरी का माहौल बन गया. इस दौरान काफिले में मौजूद सुरक्षाकर्मियों और बीजेपी कार्यकर्ताओं की एनएसयूआई कार्यकर्ताओ से झड़प भी हो गई, जिसमे सुरक्षाकर्मियों ने NSUI कार्यकर्ताओं को बीच सड़क पर ही दौड़ा-दौड़कर पीट दिया.
NSUI के सदस्यों ने ऊर्जा मंत्री को दिखाए काले झंडे
रास्ते से गुजर रहे ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) के काफिले के सामने खड़े होकर NSUI के करीब एक दर्जन कार्यकर्ताओं ने काले झंडे (NSUI Shows Black Flags to Minister) दिखाए. इससे पहले मंत्री के काफिले को रोककर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की. मामले को बढ़ता देख पायलेटिंग वाहन में तैनात सुरक्षा गार्ड व बेजेपी के कार्यकर्ताओं ने पहले तो NSUI सदस्यों को रोकने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित NSUI के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन जारी रखा, तब मंत्री की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने कार्यकर्ताओं को खदेड़ने का प्रयास किया, बीजेपी कार्यकर्ताओं सहित सुरक्षाकर्मियों ने NSUI कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी. इस बीच सड़क पर भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई.
एक दिवसीय प्रवास पर 'ऊर्जा मंत्री'
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) शुक्रवार को एक दिवसीय प्रवास पर रीवा पहुंचे थे, जब वे विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (Assembly Speaker Girish Gautam) के घर से निकलकर कलेक्ट्रेट की ओर जा रहे थे, तभी एनएसयूआई (National Students Union of India) के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया, रास्ते में ही प्रदर्शन करते हुए काफिला रोककर काले (NSUI Shows Black Flags to Minister) झंडे दिखाए.
बिजली की समस्याओं को लेकर 'NSUI' का प्रदर्शन
एनएसयूआई (National Students Union of India) के प्रदेश सचिव अभिषेक तिवारी का कहना है कि रीवा जिला इन दिनों बिजली की समस्या से जूझ रहा है, कई गांवों में ट्रांसफार्मर खराब हैं, ऊर्जा मंत्री (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) ट्रांसफार्मर पर चढ़ने का नाटक करते हैं, काम नहीं. उन्होंने कहा कि रीवा में हमेशा ही गद्दारों का विरोध किया जाता रहा है. आगे भी इसी तरह जब भी कोई गद्दार नेता यहां की धरती पर कदम रखेगा, उसका इसी तरह विरोध किया जाएगा.