रीवा। नगर निगम अमले ने शहर के विभिन्न स्थानों में लगाए गए ठेला कारोबारियों पर कार्रवाई की. इस दौरान ठेला व्यापारी अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन प्रशासनिक अमले ने इन गरीबों की एक न सुनी और उनके ठेले को उठाकर ले गए, जिसके बाद प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवाल भी खड़े होने लगे, कि आखिर रोज कमा कर खाने वाले पर ज्यादती दिखाना कहां का इंसाफ है.
- निगम प्रशासन ने की कार्रवाई, फल-सब्जी के ठेले जब्त
देशभर में कोरोना ने कहर बरपाया है ऐसे में कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराना हर एक व्यक्ति की जिम्मेदारी होती है. वहीं रीवा में नगर निगम के अधिकारियों ने सड़कों पर ठेला लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई कर दी. इस दौरान ठेला व्यापारी रोते बिलखते रहे, लेकिन उन्हें सुनने को अधिकारी बिल्कुल तैयार नहीं थे. ठेला कारोबारियों का ठेला उठाकर नगर निगम कार्यालय ले जाया गया, इस दौरान निगम अधिकारी के सामने विनती कर रही महिला को एक पुलिस कर्मी ने हाथ पकड़कर जोर से खींच लिया.
नगर निगम की कार्रवाई, सड़कों पर लगने वाली सब्जी मंडियों को खाली मैदान में किया गया शिफ्ट
- बिना किसी सूचना के कार्रवाई करने पहुंचे कर्मचारी
दरअसल जिला प्रशासन के द्वारा रीवा में कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. ऐसे में लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदी है, वहीं रोज कमा कर खाने वाले ठेला व्यापारियों के लिए जिला प्रशासन ने किसी भी प्रकार की समय अवधि तय नहीं की है. और यही वजह है कि ठेला व्यापारी 2 वक्त की रोटी कमाने के लिए दुकान लगाकर बैठने को मजबूर हैं. लेकिन अचानक प्रशासन की संवेदनहीनता ने उनकी रोजी पर भी वार कर दिया.