रीवा। दुनिया की इकलौती व्हाइट टाइगर सफारी में जानवरों के गोद लेने की जू अथॉरटी ने मंजूरी दे दी है. 'महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव' टाइगर सफारी में प्रत्येक जानवरों के गोदनामे के वार्षिक, छमाही, तिमाही और मासिक रेट तय गए हैं. जिसमें अब किसी भी जानवर को गोद लिया जा सकता है.
इसमें शेर और चीते का वार्षिक रेट 4 लाख 14 हजार रूपए रखा गया है. वहीं तेंदुए की वार्षिक रेट 1 लाख 65 हजार 6 सौ रूपए है. जबकि सबसे कम चिंकारा, हॉक डीयर का रेट रखा गया है. लोगों को वन्य प्राणियों से जोड़ने के लिए जू प्रशासन ने यह पहल की है.
'व्हाइट टाइगर सफारी'
रीवा मुकुंदपुर स्थित व्हाइट टाइगर सफारी में करीब 640 हेक्टेयर में मांद रिजर्व बनाया गया है. इसमें से 75 हेक्टेयर में चिड़ियाघर और 25 हेक्टेयर में व्हाइट टाइगर सफारी है. इसमें जू एंड रेस्क्यू सेंटर, ब्रीडिंग सेंटर भी बनाए गए हैं. रीवा से लगे सतना जिले के मुकुंदपुर में दुनिया की पहली व्हाइट टाइगर सफारी का लोकार्पण तीन अप्रैल 2016 को किया गया. इस सफारी में सफेद बाघों के साथ ही अन्य वन्य प्राणी भी देखने को मिलते हैं. 40 साल के बाद यहां सफेद शेर की वापसी हुई थी.