रीवा। मऊगंज स्थित सीतापुर गांव का निवासी दीपक गुप्ता दोनों पैरो से दिव्यांग है. दिव्यांग होते हुए भी दीपक गुप्ता प्रशासन की सहायता से अपने ही गांव में आधार सेंटर संचालित कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता था, लेकिन 4 माह बाद प्रशासन द्वारा आधार नियमों का उल्लंघन व वित्तीय अनिमितता की शिकायत मिलने पर उसका काम बंद करवा दिया गया है. काम बंद होने के बाद दिव्यांग अब अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठा हुआ है
आपको बता दें कि, जिले के सीतापुर निवासी दिव्यांग दीपक गुप्ता जिला प्रशासन की सहायता से अपने गांव में ही जून 2020 में आधार सेंटर को संचालित कर रहा था. जहां नए आधार कार्ड बनाने व आधार कार्ड में सुधार किए जाने का काम किया जा रहा था. रोजगार मिलने से दिव्यांग दीपक गुप्ता का जीवन आराम से कटने लगा, लेकिन यह खुशी 4 माह तक ही रह सकी और गांव के किसी व्यक्ति द्वारा दिव्यांग दीपक सिंह द्वारा संचालित किए जा रहे आधार सेंटर की शिकायत जिला प्रशासन से कर दी गई.
शिकायत के बाद प्रशासन द्वारा आधार मशीन को बंद करवा दिया गया, वहीं दिव्यांग दीपक द्वारा मशीन बंद किए जाने की जानकारी अधिकारियों से मांगी, तो पता चला की वित्तीय अनियमितता सहित आधार कार्ड के नियमों के उल्लंघन की शिकायत प्राप्त हुई थी, जिस कारण से आधार मशीन बंद कर दी गई है. दिव्यांग दीपक गुप्ता ने कई दिनों तक आधार सेंटर को फिर से चालू करने की कोशिश की, लेकिन जब किसी अधिकारी ने उसकी बात नहीं सुनी, तो वो कलेक्टर कार्यालय के सामने अपने अन्य दिव्यांग साथियों के साथ धरने पर बैठ गया.
हड़ताल पर बैठे दीपक का कहना है कि, आधार सेंटर शुरू करने सहित दिव्यांगों को मिलने वाली सभी योजनाओं का लाभ जल्द से जल्द दिलाया जाए अन्यथा यह भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन अनवरत जारी रहेगा.