रीवा। ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में तत्कालीन प्राचार्य रामलला शुक्ला सहित अन्य दो प्राचार्यों द्वारा जनभागीदारी निधि से करोड़ों रुपये की गंभीर वित्तीय अनिमित्तताएं की गई थीं, जिसकी शिकायत आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) को प्राप्त हुई थी, वहीं आर्थिक अपराध अंवेषण ब्यूरो द्वारा जांच टीम गठित की गई और जांच के दौरान तत्कालीन प्रचार्य रामलला शुक्ला सहित अन्य दो प्रचार्यो को दोषी पाया गया था, जिनके खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
करोड़ों रुपये की राशि का बंदरबांट
रीवा के शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में जनभागीदारी निधि में आने वाली राशि को भ्रष्टाचार का प्रमुख माध्यम बनाया गया, ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय के तत्कालीन प्राचार्य रामलला शुक्ला सहित अन्य दो प्राचार्यो द्वारा जनभागीदारी निधि से आने वाली करोड़ों रुपये की राशि का बंदरबांट कर लिया गया. मामला प्रकाश में आने के बाद संभागायुक्त द्वारा तत्कालीन प्राचार्य रामलला शुक्ला सहित अन्य दो प्राचार्यों को नोटिस जारी कर जबाब मांगा गया और ठोस जवाब न देने पर कठोर कार्रवाई करने की बात कही गई थी.
पूरा मामला EOW को सौंपा गया
बीते मार्च माह में महाविद्यालय के प्राचार्य रामलला शुक्ला को हटाते हुए अर्पिता अवस्थी को प्रभार दिया गया था, और उनके द्वारा जब कालेज की कैशबुक और अन्य दस्तावेजों का परीक्षण किया तो पता चला कि बड़े पैमाने पर आर्थिक अनिमितताएं की गई हैं, जिसके बाद यह पूरा मामला EOW को सौंप दिया गया था.
रीवा EOW एसपी ने किया खुलासा
रीवा EOW एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय के तत्कालीन प्रचार्य सहित अन्य दो प्रचार्यों के खिलाफ एफआर दर्ज की गई है, उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-19 और वर्ष 2019-20 के दौरान प्रचार्य रामलला शुक्ला, यूएस खान व सत्येंद्र शर्मा द्वारा जनभागीदारी निधी से करीब चार करोड़ 50 लाख रुपये की राशि का आहरण कर अपने स्वयं के खाते में ट्रांसफर कर ली गई. प्रचार्यो द्वारा परीक्षा पत्र तैयार कर उनका मूल्यांकन करते हुए टेबुलेसिंग किया और उसके आधार पर अपना मेहनताना बताकर चार करोड़ 50 लाख रुपये की राशि टीआरएस कॉलेज के फंड से अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया, जिसमें कॉलेज के प्रचार्य रामलला शुक्ला ने डेढ़ करोड़ रुपये अपने खाते में ट्रांसफर किये हैं. एसपी ने बताया कि इनके द्वारा पिछले कई सालों से अवैध लाभ प्राप्त किया जा रहा था. प्रचार्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज आगे की कार्रवाई की जा रही है.
रीवा के ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय के तत्कालीन प्रचार्य रामलला शुक्ला सहित अन्य दो प्रचार्यो के खिलाफ आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (eow) में एफआर दर्ज की गई है, इन प्रचार्यो द्वारा जनभागीदारी निधी में करोडो का घोटाला किया गया था, और इनके द्वारा कालेज के फंड से 4 करोड़ 50 लाख रुपय की राशि आहरण कर अपने खाते में ट्रांसफर किये गए थे.