रीवा। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हाल ही में रीवा में पत्रकारवार्ता के दौरान भाजपा व संघ जमकर हमला बोला था. पूर्व सीएम दिग्विजय के बयान पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. गौतम ने कहा कि दिग्विजय सिंह के बोलने का कोई महत्व नहीं है, वे कुछ भी बोलते रहते हैं. ये तृष्टिकरण की राजनीति करते हैं. इसलिए जनता ने उन्हें नकार दिया. वह वैलेट पेपर से चुनाव कराने पक्ष में हैं और अगर उनमें हिम्मत है तो सारे जीते हुए कांग्रेस विधायको का स्तीफा कराएं और वैलेट पेपर से चुनाव लड़ लें.
मुस्लिम वोटों के लिए बयानबाजी : दिग्विजय सिंह के बयान पर गिरिश गौतम का पलटवार करते हुए कहा कि ये समझते है की इस देश का अल्पसंख्यक उनका वोटर है. इसलिए वो इस तरह की बात करते हैं. हमेशा सनातन धर्म को गाली देने वाले लोग हैं. पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गिरिश गौतम ने दिग्विजय सिंह के अयोध्या मामले में दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पूछा जाना चाहिए कि पहले यहां सनातन धर्म था या बाबर. पहले बाबर आया था कि राम भगवान. उनसे पूछा जाना चाहिए यदि उन्हें ऐसा लगता है कि बाबरी मस्जिद सनातन के पहले की है, तब की बात अलग है.
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.. तो दे दें इस्तीफा : गौतम ने कहा कि मंदिर तो हमारा था ही ये उन्हें स्वीकार करना ही पड़ेगा. हिम्मत है तो कांग्रेस के सारे जीते हुए विधायक दें दें इस्तीफा. दिग्विजय सिंह के ईवीएम पर दिए बयान को आड़े हाथों लेते हुए गिरीश गौतम ने कहा कि उनका बेटा जीता है चुनाव तो हैक नहीं हुआ. अगर तुम चुनाव में जीत जाओ तो ईवीएम अच्छा है, हार जाओ तो खराब है. कर्नाटक में कैसे सरकार आई.