रीवा। सतना और रीवा के कृषि विभाग के कार्यालयों में ईओडब्ल्यू की टीम ने दबिश दी है. ईओडब्ल्यू यूरिया वितरण में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार को लेकर जरूरी दस्तावेज खंगाल रही है. इस मामले की जांच लिए दो टीमों को तैनात किया गया है.
प्रदेश सरकार किसानों की बेहतरी को देखते हुए लगातार कोशिशें कर रही है, लेकिन अभी भी भ्रष्टाचार से लिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों की वजह से किसानों तक लाभ नहीं पहुंच पा रहा है. रीवा-सतना जिले के कृषि विभाग के कार्यालयों में ऐसा ही देखने को मिला, जहां यूरिया में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी. लिहाजा ईओडब्ल्यू की दो टीमों ने रीवा और सतना स्थित कृषि विभाग कार्यालय में दबिश दी है. भ्रष्टाचार संबंधी जरूरी दस्तावेज भी खंगाल जा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि किसानों को वितरित की जाने वाली यूरिया में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है. यूरिया किसानों को दोगुने दामों में बेचा गया है. किसानों ने कई बार इसकी शिकायत की थी. लिहाजा इस पर संज्ञान लेते हुए ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई की है. जानकारी के मुताबिक रीवा और सतना के कृषि विभाग के अधिकारी भूमिहीन और मृतक किसानों के नाम पर हजारों क्विंटल यूरिया बाजार में बेचे जाने की खबर है. जिससे इन जिलों में यूरिया संकट और कालाबाजारी की स्थिति बन गई थी.