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नगर निगम का सफाई अभियान बना मुसीबत, नाले के आसपास हो रही खुदाई से रहवासी परेशान

नगर निगम प्रशासन की तरफ से नदी के दोनों ओर से अतिक्रमण हटाने और नदी की सफाई का अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन प्लानिंग सही नहीं होने की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

नाले के आसपास फैली गंदगी
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Published : Jun 20, 2019, 1:11 PM IST

ग्वालियर। कभी मुरार नदी के नाम से विख्यात रहा नाला गंदगी से भरा पड़ा है. नगर निगम ने मुरार नाले की सफाई की जा रही है, लेकिन बिना प्लानिंग के हो रही सफाई और खुदाई के कारण स्थानीय लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. ज्यादा बारिश होने पर बाढ़ का कहर झेलना पड़ सकता है.

नगर निगम का सफाई अभियान बना मुसीबत

नाले के दोनों ओर अतिक्रमण और गंदगी का ढेर होने से यहां संक्रामक का खतरा बना हुआ है, इस बीच नगर निगम प्रशासन की तरफ से नदी के दोनों ओर से अतिक्रमण हटाने और नदी की सफाई का अभियान चलाया जा रहा है. गंदगी साफ करने के मकसद से नाले की खुदाई कराई जा रही है. वह नाले के बीचो-बीच नहीं होकर एक तरफ से कराई जा रही है. जिससे नाले का पानी और गंदगी कभी भी पास की कॉलोनी में घुस कर लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि, उन्होंने अपनी ओर से यहां पक्की सड़क बनवाई. पेड़ लगाए, लेकिन उन्हें भी सफाई के नाम पर उखाड़ दिया गया. निगम प्रशासन बिना प्लानिंग के यहां कार्रवाई को अंजाम दे रहा है, पूछने पर उसके अधिकारियों का जवाब सब कुछ नियमों के अनुसार होने की बात कही जा रही है.

ग्वालियर। कभी मुरार नदी के नाम से विख्यात रहा नाला गंदगी से भरा पड़ा है. नगर निगम ने मुरार नाले की सफाई की जा रही है, लेकिन बिना प्लानिंग के हो रही सफाई और खुदाई के कारण स्थानीय लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. ज्यादा बारिश होने पर बाढ़ का कहर झेलना पड़ सकता है.

नगर निगम का सफाई अभियान बना मुसीबत

नाले के दोनों ओर अतिक्रमण और गंदगी का ढेर होने से यहां संक्रामक का खतरा बना हुआ है, इस बीच नगर निगम प्रशासन की तरफ से नदी के दोनों ओर से अतिक्रमण हटाने और नदी की सफाई का अभियान चलाया जा रहा है. गंदगी साफ करने के मकसद से नाले की खुदाई कराई जा रही है. वह नाले के बीचो-बीच नहीं होकर एक तरफ से कराई जा रही है. जिससे नाले का पानी और गंदगी कभी भी पास की कॉलोनी में घुस कर लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि, उन्होंने अपनी ओर से यहां पक्की सड़क बनवाई. पेड़ लगाए, लेकिन उन्हें भी सफाई के नाम पर उखाड़ दिया गया. निगम प्रशासन बिना प्लानिंग के यहां कार्रवाई को अंजाम दे रहा है, पूछने पर उसके अधिकारियों का जवाब सब कुछ नियमों के अनुसार होने की बात कही जा रही है.

Intro:ग्वालियर
कभी मुरार नदी के नाम से विख्यात रहा नाला गंदगी का ढेर साबित हो रहा है। नगर निगम ने मुरार नाले की सफाई का अभियान छेड़ा हुआ है लेकिन बिना प्लानिंग के हो रही सफाई और खुदाई के कारण नाले के पास बनी कॉलोनी कभी भी ज्यादा बारिश होने पर बाढ़ का कहर झेल सकती है।


Body:बेसल नदी के नाम से प्रसिद्ध रही मुरार नदी अब कई किलोमीटर लंबे नाले में तब्दील हो चुकी है नाले के दोनों और अतिक्रमण और गंदगी का ढेर होने से यहां संक्रामक रोगों का खतरा स्थानीय लोगों के ऊपर हमेशा मंडराता रहता है। स्थानीय कांग्रेसी विधायक मुन्नालाल गोयल नाले की सफाई और नदी को पुनर्जीवित करने के लिए शासन से करोड़ों की योजना मंजूर कराने के लिए एक प्रस्ताव भेजा है जिसे अभी तक शासन की मंजूरी नहीं मिली है। इस बीच नगर निगम प्रशासन ने नदी के दोनों ओर से अतिक्रमण हटाने और नदी की सफाई का अभियान छेड़ दिया है लेकिन यह अभियान लोगों के गले नहीं उतर रहा है जिस नाले को खुदाई और गंदगी साफ करने के मकसद से खुदाई कराई जा रही है वह नाले के बीचो-बीच नहीं होकर एक तरफ से कराई जा रही है ऐसे में आसपास के क्षेत्र में बनी कालोनियां और लोगों के घर ज्यादा बारिश होने पर बाढ़ में घिर सकते हैं।


Conclusion:खास बात यह है कि मुरार के 7 नंबर चौराहा के 300 फुट से ज्यादा चौड़े नाले पर रिहायशी इलाके के सटे क्षेत्र में खुदाई कराई जा रही है जिससे नाले का पानी और गंदगी कभी भी पास की कॉलोनी में घुस कर लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। स्थानीय लोगों ने अपनी ओर से यहां पक्की सड़क बनवाई पेड़ लगाए लेकिन उन्हें भी सफाई के नाम पर उखाड़ दिया गया। निगम प्रशासन बिना प्लानिंग के यहां कार्रवाई को अंजाम दे रहा है, पूछने पर उसके अधिकारियों का जवाब सब कुछ नियमों के अनुसार होने की बात कही जा रही है।
बाइट साहिल पाल... स्थानीय नागरिक बाइट दिनेश चंद्र शुक्ला... अपर आयुक्त नगर निगम ग्वालियर
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