रीवा। जहां पूरे देश में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही थी. वहीं रीवा के बापू भवन से चोर बापू के भस्म कलश को ही चुरा ले गए. भस्मी कलश को बापू की शताब्दी जयंती पर 1970 में रीवा लाया गया था. भस्मी कलश को दर्शन के लिए ऐतिहासिक लक्ष्मणबाग में रखा गया था. कांग्रेस ने गोडसे समर्थकों पर चोरी का आरोप लगाया है और थाने में शिकायत दर्ज कराया है.
रीवा में पहले भी शरारती तत्वों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर अपशब्द लिखकर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचायी थी. इस घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है. लक्ष्मणबाग में रोजाना सैकड़ों लोगों का आना जाना रहता है. साधु-संतों के साथ भक्त आते जाते हैं, बावजूद इसके शरारती तत्वों ने बापू के कटआउट पर अपशब्द लिख दिए थे, जिसकी किसी को खबर नहीं लगी.
बापू भवन की कमरे में एसएएफ बटालियन लगी हुई है. इसके बाद भी राष्ट्रपिता की प्रतिमा में अपशब्द लिखे गए. भले ही बापू पर घड़ियाली आंसू बहाए जा रहे हो, एक हकीकत ये भी है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी सत्ता में काबिज हैं, लेकिन बापू भवन बरसों से बदहाली के आंसू बहा रहा है.
तत्कालीन महाराजा मार्तंड सिंह ने लक्ष्मण बाग में पवित्र भस्मी कलश कक्ष को बापू भवन का नाम देकर संरक्षित कर दिया था. यहां पर कई कर्मचारियों की नियुक्ति की थी और सारी व्यवस्थाएं भी कराई थी, लेकिन प्रशासन के हाथों में जाने के बाद से ये कक्ष वीरान हो गया है. न तो इस कक्ष की प्रशासनिक अधिकारियों को सुध है और न ही राजनेताओं को.