रीवा। एक ओर जहां सरकार महापुरुषों पर संवेदना व्यक्त करने की बात कर उन पर राजनीतिक रोटियां सेकती हैं. वहीं दूसरी ओर उन महापुरुषों से जुड़ी किसी भी चीज का रखरखाव ठीक से नहीं कर रही है. कुछ ऐसा ही हाल है रीवा के नगरिया मोहल्ले में संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का है. जिसके आस-पास कचरे का अंबार लगा हुआ है. स्थानीय लोगों और समाजसेवियों ने कई बार इसकी शिकायात की. लेकिन निगम प्रशासान इस पर ध्यान नहीं दे रहा है.
स्थापना से ही है कचरे का ढेर
जानकारी के मुताबिक 1992 में मंत्री पुष्पराज सिंह ने नगरिया मोहल्ले पर संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का उद्घाटन किया था. साथ ही पास में अंबेडकर भवन भी बनाया गया था. जबसे इस प्रतिमा की स्थापना हुई है तब से यहां कचरे का ढेर ही देखा गया है.
पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं
बताया जा रहा है कि जब बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई थी, तब यहां कोई बसेरा नहीं था . पर जैसे-जैसे शहर का विस्तार हुआ वैसे ही यहां पर लोगों ने एक बस्ती बना ली. लोगों का मानना है कि बस्ती में पानी निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है. जिससे इकट्ठा होने वाला पानी सीधे बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास जाता है.
लिखित शिकायत के बाद भी प्रशासन बेसुध
लोगों को कहना है कि उन्होंने प्रशासन को कई बार लिखित में शिकायत दी है. पर हर बार इसकी अनदेखी ही की जाती रही. हालांकि अब जब हमने इस बात को लेकर नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव से बात की है तो उन्होंने मामले को संज्ञान में लेते हुए जल्द से जल्द निराकरण और साफ-सफाई की बात कही है.