ETV Bharat / state

ताल रोड रेलवे फाटक पर अंडर ब्रिज अनुपयोगी, ओवर ब्रिज अधूरा

विक्रमगढ़ के ग्रामीण रेलवे फाटक नहीं होने से बेहद परेशान हैं, ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों बाद भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है.

Under bridge unusable and Over bridge incomplete at Tal Road railway gate
ताल रोड रेल्वे फाटक पर अंडर ब्रिज अनुपयोगी
author img

By

Published : Jan 20, 2021, 12:36 PM IST

रतलाम। कोरोना काल के बाद जैसे ही ट्रेनों का आवागमन शुरू हुआ, वैसे ही जिले के विक्रमगढ़ एवं ताल फाटक पर परेशानियों का दौर शुरू हो गया. दोनों ही जगहों पर रेलवे फाटक बंद रहने के कारण राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

दरअसल हर थोड़ी देर पर ट्रेन आने की वजह से विक्रमगढ़ फाटक हर आधे घंटे में बंद हो जाता है, जिससे यहां पर आवागमन करने वाले लोगों को काफी इंतजार करना पड़ता है. बता दें कि आलोट नगर परिषद के 2 वार्डों को मिलाकर बना विक्रमगढ़ बना है, जिसकी जनसंख्या करीब 3 हजार है. वहीं इस मार्ग से आस-पास के लोगों को आने-जाने के लिए फाटक को पार करके जाना पड़ता है.

यहां पर अत्यधिक आवागमन होने के बावजूद और लोगों द्वारा कई वर्षों से अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज की मांग करने पर भी जनप्रतिनिधि और न ही किसी अधिकारियों ने जनता की परेशानियों पर ध्यान दिया है.

बता दें कि कई बार तो फाटक बंद होने के कारण मरीजों को सही समय पर इलाज नहीं मिल पाता है, और उसकी मौत भी हो जाती है, इसी तरह ताल फाटक पर भी अंडर ब्रिज बनने के बावजूद भी लोगों को फायदा नहीं मिल रहा है, क्योंकि वर्तमान में उस अंडर ब्रिज को बंद कर दिया गया है.

ताल फाटक पर बने अंडर ब्रिज की गुणवत्ता ठीक नहीं होने के कारण ब्रिज में हादसों का डर बना रहता है. बारिश के दिनों में इस ब्रिज के अंदर पानी भर जाता है, जिसके कारण यह अनुपयोगी हो गया है. वहीं पास में ही यहां पर ओवर ब्रिज के बनने का काम अभी अधूरा पड़ा है. रेलवे ने तो अपना काम पूरा कर दिया है, लेकिन बचा हुआ कार्य राज्य शासन को करना है.

इस बारे में क्षेत्रीय विधायक मनोज चावला ने राज्य शासन को पत्र भी लिखा था, लेकिन अब तक पत्र का कोई उचित जवाब नहीं मिल पाया है. साथ ही कई बार क्षेत्रीय लोगों ने केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को भी इस समस्या के बारे में अवगत कराया, लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं निकला और लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं.

रतलाम। कोरोना काल के बाद जैसे ही ट्रेनों का आवागमन शुरू हुआ, वैसे ही जिले के विक्रमगढ़ एवं ताल फाटक पर परेशानियों का दौर शुरू हो गया. दोनों ही जगहों पर रेलवे फाटक बंद रहने के कारण राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

दरअसल हर थोड़ी देर पर ट्रेन आने की वजह से विक्रमगढ़ फाटक हर आधे घंटे में बंद हो जाता है, जिससे यहां पर आवागमन करने वाले लोगों को काफी इंतजार करना पड़ता है. बता दें कि आलोट नगर परिषद के 2 वार्डों को मिलाकर बना विक्रमगढ़ बना है, जिसकी जनसंख्या करीब 3 हजार है. वहीं इस मार्ग से आस-पास के लोगों को आने-जाने के लिए फाटक को पार करके जाना पड़ता है.

यहां पर अत्यधिक आवागमन होने के बावजूद और लोगों द्वारा कई वर्षों से अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज की मांग करने पर भी जनप्रतिनिधि और न ही किसी अधिकारियों ने जनता की परेशानियों पर ध्यान दिया है.

बता दें कि कई बार तो फाटक बंद होने के कारण मरीजों को सही समय पर इलाज नहीं मिल पाता है, और उसकी मौत भी हो जाती है, इसी तरह ताल फाटक पर भी अंडर ब्रिज बनने के बावजूद भी लोगों को फायदा नहीं मिल रहा है, क्योंकि वर्तमान में उस अंडर ब्रिज को बंद कर दिया गया है.

ताल फाटक पर बने अंडर ब्रिज की गुणवत्ता ठीक नहीं होने के कारण ब्रिज में हादसों का डर बना रहता है. बारिश के दिनों में इस ब्रिज के अंदर पानी भर जाता है, जिसके कारण यह अनुपयोगी हो गया है. वहीं पास में ही यहां पर ओवर ब्रिज के बनने का काम अभी अधूरा पड़ा है. रेलवे ने तो अपना काम पूरा कर दिया है, लेकिन बचा हुआ कार्य राज्य शासन को करना है.

इस बारे में क्षेत्रीय विधायक मनोज चावला ने राज्य शासन को पत्र भी लिखा था, लेकिन अब तक पत्र का कोई उचित जवाब नहीं मिल पाया है. साथ ही कई बार क्षेत्रीय लोगों ने केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को भी इस समस्या के बारे में अवगत कराया, लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं निकला और लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.