रतलाम। जिले में श्मशान घाट में एक साथ 23 शव पहुंचे, लेकिन अंतिम संस्कार के लिए यहां लकड़ियों की कमी और जगह की कमी होने लगी है. यहां करीब 50 शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियां बची हैं.
जलावन के लिए हो रही लकड़ियों की कमी
नगर निगम ने अंतिम संस्कार के लिए 5 ट्रॉली लकड़ियां दी थी, जो अब खत्म होने वाली है. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन रोजाना 24 से ज्यादा शवों के अंतिम संस्कार के लिए शहर के अलग-अलग श्मशान घाट में भेजता है, लेकिन सरकारी आकड़ों की बात की जाए, तो मेडिकल कॉलेज प्रबंधन रोजाना दो या तीन मरीजों को कोविड पॉजिटिव बताया जाता है.
दाह संस्कार की श्मशान घाट पर हो रही थी तैयारी, रास्ते से ही अस्पताल लौटा मरीज
श्मशान घाट की देखरेख करने वाले मनोज प्रजापत ने बताया कि यहां लकड़ियों की भारी कमी है, रोजाना लगभग 23 शवों को अंतिम संस्कार के लिए लाया जाता है. इसके कारण लकड़ियां कम पड़ गई हैं. जिले में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इससे मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है.