रतलाम। कोरोना महामारी के चलते हर किसी के सामने आर्थिक संकट शैतान की तरह मुंह बाये खड़ा है. इस दौरान पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के राजस्व में वृद्धि हुई है. पश्चिम रेलवे मंडल वर्तमान वित्तीय वर्ष में करीब 1700 करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व अर्जित कर चुका है. अब भी इस वित्तीय वर्ष को पूरा होने में दो महीने का समय बाकी है, रेलवे को ये आय कोरोना महामारी के दौरान माल भाड़े और विशेष ट्रेनों के संचालन से हुई है.
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पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा कमाई
पश्चिम रेलवे लगातार राजस्व बढ़ाने के जतन कर रहा है. इस वर्ष पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के राजस्व में पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि (Ratlam Railway Zone broke record last year) हुई है. इस वर्ष करीब ₹1700 करोड़ की आय हुई है, यह आय पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है. रेलवे जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा के अनुसार रेलवे द्वारा चलाई जा रही मालवाहक ट्रेन और विशेष ट्रेनों के संचालन से रेलवे को अच्छा मुनाफा हुआ है और रेलवे के राजस्व में वृद्धि हुई है.
वित्तीय वर्ष पूरा होने में 2 माह अभी भी बाकी
जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा के अनुसार पश्चिम रेलवे लगातार राजस्व वृद्धि के लिए प्रयासरत है. रतलाम मंडल 22 जनवरी तक करीब ₹1700 करोड़ का राजस्व प्राप्त कर लिया है. इस वर्ष का वित्तीय वर्ष पूरा होने में अभी 2 माह और बाकी है, जिसमें रेलवे को और अधिक राजस्व प्राप्त करने की उम्मीद है. वर्तमान समय में जो राजस्व प्राप्त हुआ है, वह सबसे अधिक माल वाहनों से प्राप्त हुआ है और विशेष ट्रेनों के संचालन से भी राजस्व वसूली अधिक हुई है.
मालवाहक ट्रेनों से हुई रेलवे राजस्व में वृद्धि
कोरोना काल में रेलवे ने सामानों की ढुलाई के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन किया था. मालवाहक ट्रेनों से रेलवे को अच्छा राजस्व प्राप्त हुआ है. कोरोना काल में विशेष ट्रेनों के संचालन के दौरान किराये में की गई वृद्धि के चलते भी राजस्व में वृद्धि हुई है. अगले दो माह में रेलवे को राजस्व में और वृद्धि होने का अनुमान है.