रतलाम। मध्यप्रदेश चुनाव को लेकर कांग्रेस में बगावत का दौर जारी है. अब एक सीट पर पार्टी को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है. यह सीट है, रतलाम जिले की अलोट विधानसभा. यहां से कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार नहीं बनाए जाने को लेकर बगावत पर उतरे प्रदेश की सियासत के चर्चित नाम और कद्दावर नेता प्रेमचंद गुड्डू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. बता दें, प्रेमचंद गुड्डू लोकसभा से सांसद भी रह चुके हैं.
निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव, नहीं लिया नामांकन वापिस: अलोट सीट से विधायक प्रेमचंद गुड्डू ने पार्टी तो छोड़ी ही, साथ ही नामांकन भी वापिस नहीं लिया. अलोट विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति आधारित सीट है. अब उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार वर्तमान विधायक मनोज चावला और भारतीय जनता पार्टी के चिंतामणी मालवीय से है. इसी के साथ उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा है कि मुझपर पार्टी से इस्तीफा देने का दवाब डाला गया.
कमलनाथ और दिग्विजय पर बोला हमला: पार्टी छोड़ने के साथ ही प्रेमचंद गुड्डू ने दिग्विजय सिंह और पीसीसी चीफ कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कमलनाथ और पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह दोनों का अपने बेटों को आगे बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं. साथ ही उन लोगों को आगे बढ़ा रहे है, जो उनके गुट के हैं. बता दें, वर्तमान में अलोट विधानसभा से गुड्डू विधायक हैं और उज्जैन से लोकसभा जीतकर संसद में जा चुके हैं.
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पहले भी छोड़ चुके हैं कांग्रेस: इधर, साल 2018 से पहले भी उनके बेटे अजीत और गुड्डू कांग्रेस से अलग हो गए थे. इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था. लेकिन साल 2020 में कांग्रेस सरकार गिरने के बाद वे दोबारा से कांग्रेस मे आ गए थे. इसके बाद उन्होंने उपचुनाव लड़ा था. वे इंदौर की सांवेर से बतौर उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था.
पार्टी ने इंदौर से बेटी को टिकट: इधर, प्रेमचंद गुड्डू ने टिकट न मिलने की नाराजगी जाहिर करते हुए, पार्टी से इस्तीफा दिया. लेकिन उनकी बेटी रीना बौरासी को कांग्रेस ने सांवेर से उम्मीदवार बनाया है.