रतलाम. मध्य प्रदेश में पशुओं के चर्म रोग लंपी ने दस्तक दे दी है, रतलाम में दो मामले सामने आए हैं (ratlam lumpy virus spreading). इसके बाद से राज्य के अन्य इलाकों में भी इस वायरस के फैलने की आशंका बढ़ गई है. आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी में बताया गया है कि रतलाम जिले के दो पशुओं में भोपाल के एनआईएचएसएडी द्वारा लम्पी चर्म रोग की पुष्टि की गई है. जिले के 11 गांव के 73 पशुओं में लम्पी चर्म रोग के लक्षण दिखे हैं. उज्जैन के संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं द्वारा संभागीय रोग अनुसंधान प्रयोगशाला के दल के साथ प्रभावित क्षेत्र में एडवाइजरी के अनुसार कार्रवाई की जा रही है. किसी पशु की मृत्यु की सूचना नहीं है, 69 पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार है. रतलाम जिले में पशुओं को 12 हजार वैक्सीन डोज लगाने का काम पूरा किया जा चुका है.
पशुपालन एवं डेयरी के संचालक डॉ. आर.के. मेहिया ने प्रदेश के विभागीय अधिकारियों को निर्देष दिए हैं कि रोग के लक्षण पाये जाने पर सभी बायो सिक्यूरिटी, बायो सेफ्टी, वेक्टर कंट्रोल उपाय अपनायें. पशुपालकों को सुरक्षा और बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करें. संदिग्ध पशु के नमूने तत्काल प्रयोगशाला में भेजें और उदभेद के स्थान से पांच किलोमीटर की परिधि में गोट पॉक्स वेक्सीन से रिंग वेक्सीनेशन और औषधि का पर्याप्त भण्डारण सुनिश्चित करें. (cattle transpiration ban in madhya pradesh)
मंदसौर में लंपी वायरस का कहर, कई गायों की मौत से हड़कंप, अलर्ट जारी, नहीं लगेंगे पशु मेले
राजस्थान एवं गुजरात की सीमा से (madhya pradesh bordering states) लगे हुए अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, राजगढ़ और बुरहानपुर में विशेष सतर्कता बढ़ा दी गई है. इस बीमारी को के संक्रमण को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों में पषुओं के आवागमन पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है. इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्र की पशु चिकित्सा संस्थाओं, मुख्य ग्राम इकाई, पशु चिकित्सा अधिकारियों को प्रतिदिन क्षेत्र का दौरा कर सतत निगरानी रखने को कहा गया है.
राज्य के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने पशुपालकों से अपील की है कि लम्पी बीमारी के शुरूआती लक्षण दिखते ही तत्काल अपने निकटतम पशु चिकित्सक को सूचना दें. इसके साथ ही प्रदेश में लम्पी की रोकथाम के लिये भोपाल के राज्य पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला में कंट्रोल-रूम की स्थापना की गई है.
-IANS