रतलाम। जिले में एक बेटे ने एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार कर दिया. इस बेटे ने न केवल अपने पिता के साथ जमकर मारपीट की बल्कि उनकी 10 बीघा जमीन, जायदाद और नकदी तक हड़प ली, जिसके बाद न्याय की आस में बुजुर्ग दंपत्ति अब सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं. वहीं, इस मामले पर प्रशासन ने बुजुर्ग दंपत्ति को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
जानकारी के अनुसार ये मामला रतलाम के मावता गांव का है, जहां रहने वाले एक बुजुर्ग दंपत्ति ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में डेरा डाला है. दंपत्ति हाथों में तख्ती लेकर न्याय की आस में कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे, लेकिन कलेक्टर के शहर से बाहर होने की वजह से उनकी मुलाकात हो न सकी, जब मीडिया की नजर इन बुजुर्गों पर पड़ी तो उन्होंने इसकी सूचना कलेक्ट्रेट में मौजूद नायब तहसीलदार को दी, जिन्होंने इस बुजुर्ग दंपत्ति की शिकायत सुनकर कालूखेड़ा थाने को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. बता दें पीड़ित का नाम पन्नालाल प्रजापति है जो कि जिले के मावता गांव के रहने वाले हैं.
पुलिस ने नहीं दर्ज की शिकायत: इस मामले में फरियादी पन्नालाल का कहना है कि "उनका बेटा गुंडा है और उसने मारपीट कर उनकी 10 बीघा जमीन, ट्रैक्टर, नकदी और मोबाइल तक सब कुछ छीन लिया. पुलिस ने शिकायत जरूर दर्ज कर ली, लेकिन उसके बेटे के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रही है." पन्नालाल का इलाज जारी है, ऐसे में उसे रुपयों की भी जरूरत है, लेकिन कलयुगी बेटा न तो इलाज के लिए रुपये दे रहा है और न ही इलाज करवा रहा है.
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तहसीलदार ने दिया कार्रवाई का आश्वासनः ऐसे में इस पीड़ित दंपत्ति ने कलेक्टर से गुहार लगाना ही मुनासिब समझा. इसी के चलते शुक्रवार को वह मामले की शिकायत करने रतलाम कलेक्ट्रेट पहुंचे, लेकिन यहां भी उनकी मुराद पूरी नहीं हो सकी. कलेक्टर निर्वाचन की मीटिंग की वजह से शहर से बाहर हैं. ऐसे में नायब तहसीलदार ने उनकी गुहार जरूर सुनी और सुन कर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया.