रतलाम। लॉकडाउन के दौरान दूरदर्शन पर दोबारा से शुरू रामानंद सागर के रामायण सीरियल के पुन प्रसारण ने एक बार फिर लोकप्रियता के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. देश के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी रामायण की लोकप्रियता अलग ही स्तर पर नजर आती है. 80 के दशक में रामानंद सागर द्वारा बनाए गए रामायण सीरियल में राम-सीता और लक्ष्मण का रोल करने वाले कलाकारों की पूजा लोग आज भी अपने घरों में फोटो लगाकर करते हैं.
रतलाम जिले के मेहंदी गांव का झाला परिवार इसका एक बड़ा उदाहरण है. यह परिवार 80 के दशक से ही अरुण गोविल, दीपिका चिखलिया और सुनील लहरी को भगवान राम सीता और लक्ष्मण मानकर उनकी फोटो लगाकर पूजा करते हैं. झाला परिवार के लोगों का कहना है कि 20 साल पहले उनके मां-बाप ने यह फोटो लगाई थी. तब से ही वे लोग इसकी पूजा करते नजर आ रहे हैं. यह फोटो भगवानों की अन्य फोटो के साथ ही लगी है. इसलिए कभी उसे यहां से हटाया ही नहीं. आज भी इस फोटो में वे भगवान की छवि ही देखते है.
झाला परिवार के लोगों ने कहा कि जब लॉकडाउन के दौरान दोबारा से रामायण सीरियल की शुरुआत हुई तो उन्हें बहुत खुशी हुई. पूरे परिवार ने एक साथ मिलकर रामायण देखी तो 80 की दशक की यादें फिर से ताजा हो गई. उन्होंने कहा कि रामानंद सागर की इस रामायण में ऐसा लगता है मानों भगवान के असली रुप के दर्शन होते हैं. बता दें कि 80 के दशक में टेलीविजन पर प्रसारित हुए रामायण सीरियल में लोकप्रियता के सारे रिकॉर्ड एक बार फिर तोड़ दिए हैं. क्योंकि इस सीरियल की लोकप्रियता है ही ऐसी जो आज भी बरकरार है.