रतलाम। जिला कलेक्ट्रेट परिसर में आज महिला सम्मान जागरूकता कार्यक्रम मनाया जा रहा था, लेकिन इसी कार्यालय में आज सरकारी सिस्टम की परिक्रमा लगा कर हताश हो चुकी एक गर्भवती महिला फूट-फूट कर रो पड़ी. इस दफ्तर में अफसर और अधिकारी महिलाओं के सम्मान की शपथ ली, लेकिन इसी जगह पर मीडिया को अपनी व्यथा सुना रही एक महिला अपनी मां के पीएम आवास योजना के मकान की राशि के लिए कई बार कलेक्ट्रेट के चक्कर काट चुकी है.
रतलाम के सिलावटों का वास में रहने वाली सुधा अपनी माता मधुबाई के प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान की राशि जारी नहीं होने का आवेदन लेकर एक साल से नगर निगम और कलेक्ट्रेट के चक्कर लगाने को मजबूर है, लेकिन डीपीआर में प्रकरण अटैच नहीं होने से अब तक बुजुर्ग महिला को राशि जारी नहीं हो सकी है.
एक साल से लगा रही दफ्तरों के चक्कर
दरअसल रतलाम के सिलावटों का वास में रहने वाली सुधा अपनी माता मधुबाई के प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान की राशि जारी नहीं होने का आवेदन लेकर कलेक्ट्रेट और नगर निगम के चक्कर लगा रही है, लेकिन अब तक उसके आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में मीडिया को अपनी व्यथा सुनाते हुए यह गर्भवती महिला रो पड़ी. महिला ने अपनी मां मधु बाई के प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि नहीं मिलने उसका आवेदन नगर निगम कलेक्ट्रेट और सीएम हेल्पलाइन में भी दिया, लेकिन कहीं से भी उसे अब तक समाधान नहीं मिला. ऐसे ही आज भी लंबे समय तक कलेक्टर का इंतजार करने के बाद यह महिला अपने घर वापस लौट गई.
खास बात यह है कि आज ही के दिन जिले के कलेक्टर और बड़े अधिकारियों ने महिला सम्मान जागरूकता अभियान के अंतर्गत महिलाओं के सम्मान की रक्षा करने की शपथ ली है, लेकिन प्रदेश सरकार की योजनाएं और कार्यक्रम जिन महिलाओं के लिए बनाए जा रहे हैं उन्हें ही दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. इस संबंध में नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी से जब जानकारी ली गई तो महिला के प्रकरण की मैपिंग डीपीआर में नहीं होने की वजह से राशि जारी नहीं हो पाना बताया गया.
बहरहाल मामला मीडिया में आने के बाद नगर निगम के जिम्मेदार महिला की समस्या का समाधान करवाने की बात कह रहे हैं. हालांकि मीडिया के सामने किसी भी तरह का बयान देने से अधिकारी बचते नजर आ रहे हैं.