रतलाम। व्यापमं मामले के व्हिसिल ब्लोअर पारस सकलेचा ने पीएससी परीक्षा के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं. सकलेचा ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर व्यापमं घोटाले से जुड़े दो रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों को पीएससी परीक्षा का पर्यवेक्षक बनाएं जाने पर विरोध किया हैं.
सकलेचा ने कहा कि, बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में शामिल दो रिटायर्ड आईएएस केसी जैन और अशोक शिवहरे व्यापम मामले में आरोपी हैं. जिन्हें पीएससी 2019 की प्रारंभिक परीक्षा के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. जो लोग खुद भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े के मामले में शामिल रहे हैं, वो कैसे पीएससी की परीक्षा निष्पक्ष रूप से करवा पाएंगे. सकलेचा ने ये भी आरोप लगाया कि, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग पर अभी भी संघ और भाजपा के लोगों का कब्जा है और रिटायर्ड आईएएस अफसरों को पर्यवेक्षक बनाकर प्रदेश सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद किया जा रहा है.
बहरहाल पारस सकलेचा ने पत्र लिखकर पीएससी में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सवाल खड़े कर नया मोर्चा खोल दिया है. वहीं पीएससी पर संघ और भाजपा के लोगों का कब्जा बताकर सरकार से पर्यवेक्षकों को हटाने की मांग भी की है.