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PSC परीक्षा में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सकलेचा ने उठाए सवाल, 'आरोपी कैसे करेंगे जांच'

व्यापम के आरोपियों को पीएससी परीक्षा का पर्यवेक्षक बनाए जाने पर पारस सकलेचा ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि, दो रिटायर्ड आईएएस केसी जैन और अशोक शिवहरे व्यापमं मामले में आरोपी हैं. जो लोग खुद भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े में शामिल रहे हैं, वो कैसे पीएससी की परीक्षा निष्पक्ष रूप से करवा पाएंगे.

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Published : Jan 10, 2020, 10:33 AM IST

Updated : Jan 10, 2020, 12:22 PM IST

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व्हिसिल ब्लोअर पारस सकलेचा

रतलाम। व्यापमं मामले के व्हिसिल ब्लोअर पारस सकलेचा ने पीएससी परीक्षा के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं. सकलेचा ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर व्यापमं घोटाले से जुड़े दो रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों को पीएससी परीक्षा का पर्यवेक्षक बनाएं जाने पर विरोध किया हैं.

व्हिसिल ब्लोअर पारस सकलेचा

सकलेचा ने कहा कि, बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में शामिल दो रिटायर्ड आईएएस केसी जैन और अशोक शिवहरे व्यापम मामले में आरोपी हैं. जिन्हें पीएससी 2019 की प्रारंभिक परीक्षा के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. जो लोग खुद भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े के मामले में शामिल रहे हैं, वो कैसे पीएससी की परीक्षा निष्पक्ष रूप से करवा पाएंगे. सकलेचा ने ये भी आरोप लगाया कि, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग पर अभी भी संघ और भाजपा के लोगों का कब्जा है और रिटायर्ड आईएएस अफसरों को पर्यवेक्षक बनाकर प्रदेश सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद किया जा रहा है.

बहरहाल पारस सकलेचा ने पत्र लिखकर पीएससी में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सवाल खड़े कर नया मोर्चा खोल दिया है. वहीं पीएससी पर संघ और भाजपा के लोगों का कब्जा बताकर सरकार से पर्यवेक्षकों को हटाने की मांग भी की है.

रतलाम। व्यापमं मामले के व्हिसिल ब्लोअर पारस सकलेचा ने पीएससी परीक्षा के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं. सकलेचा ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर व्यापमं घोटाले से जुड़े दो रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों को पीएससी परीक्षा का पर्यवेक्षक बनाएं जाने पर विरोध किया हैं.

व्हिसिल ब्लोअर पारस सकलेचा

सकलेचा ने कहा कि, बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में शामिल दो रिटायर्ड आईएएस केसी जैन और अशोक शिवहरे व्यापम मामले में आरोपी हैं. जिन्हें पीएससी 2019 की प्रारंभिक परीक्षा के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. जो लोग खुद भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े के मामले में शामिल रहे हैं, वो कैसे पीएससी की परीक्षा निष्पक्ष रूप से करवा पाएंगे. सकलेचा ने ये भी आरोप लगाया कि, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग पर अभी भी संघ और भाजपा के लोगों का कब्जा है और रिटायर्ड आईएएस अफसरों को पर्यवेक्षक बनाकर प्रदेश सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद किया जा रहा है.

बहरहाल पारस सकलेचा ने पत्र लिखकर पीएससी में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सवाल खड़े कर नया मोर्चा खोल दिया है. वहीं पीएससी पर संघ और भाजपा के लोगों का कब्जा बताकर सरकार से पर्यवेक्षकों को हटाने की मांग भी की है.

Intro:व्यापम मामले के विसलब्लोअर पारस सकलेचा ने पीएससी परीक्षा के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं। पारस सकलेचा ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर व्यापम घोटाले से जुड़े दो रिटायर्ड आईएएस को पीएससी का पर्यवेक्षक बनाएं जाने का विरोध किया है। सकलेचा ने कहा कि बहुचर्चित व्यापम घोटाले में शामिल दो रिटायर्ड आईएएस के सी जैन और अशोक शिवहरे व्यापम मामले में आरोपी हैं। जिन्हें पीएससी 2019 की प्रारंभिक परीक्षा के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। जो लोग खुद भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े में शामिल रहे हैं वह कैसे पीएससी की परीक्षा निष्पक्ष रूप से करवा पाएंगे। सकलेचा ने यह भी आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग पर अभी भी संघ और भाजपा के लोगों का कब्जा है । और रिटायर्ड आईएएस अफसरों को पर्यवेक्षक बनाकर प्रदेश सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद किया जा रहा है। पारस सकलेचा ने


Body:दरअसल कांग्रेस नेता और व्यापम मामले के विसलब्लोअर पारस सकलेचा मुख्यमंत्री कमलनाथ और सामान्य प्रशासन मंत्री गोविंद सिंह को पत्र लिखकर पीएससी 2019 के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सवाल खड़े करते हुए। नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों को हटाने की मांग की है।सकलेचा ने कहा कि बहुचर्चित व्यापम घोटाले में शामिल दो रिटायर्ड आईएएस के सी जैन और अशोक शिवहरे व्यापम मामले में आरोपी हैं। जिन्हें पीएससी 2019 की प्रारंभिक परीक्षा के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। जो लोग खुद भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े में शामिल रहे हैं वह कैसे पीएससी की परीक्षा निष्पक्ष रूप से करवा पाएंगे। सकलेचा ने यह भी आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग पर अभी संघ और भाजपा के लोगों का कब्जा है । और रिटायर्ड आईएएस अफसरों को पर्यवेक्षक बनाकर प्रदेश सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद किया जा रहा है।


Conclusion:बहरहाल पारस सकलेचा ने पत्र लिखकर पीएससी में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सवाल खड़े कर नया मोर्चा खोल दिया है। वहीं पीएससी पर संघ और भाजपा के लोगों का कब्जा बताकर अरे सरकार से पर्यवेक्षकों को हटाने की मांग भी की है।


बाइट 01-पारस सकलेचा (कांग्रेस नेता और व्यापम मामले के विसलब्लोअर)
Last Updated : Jan 10, 2020, 12:22 PM IST
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