रतलाम। लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही आदिवासी संगठन जयस ने एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर ली है. मालवा-निमाड़ की 3 आदिवासी बाहुल्य सीटों पर जयस के उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. साथ ही जयस का ये भी कहना है कि अगर बीजेपी और कांग्रेस उनके उम्मीदवारों पर दांव लगाना चाहते हैं तो उनके उम्मीदवार इन पार्टियों के टिकट पर भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं
दरअसल, आदिवासी युवा संगठन जयस ने विधानसभा चुनाव में आदिवासी सीटों पर चुनाव लड़ा था. जयस के अध्यक्ष हीरालाल अलावा को कांग्रेस के टिकिट पर जीत भी मिली थी और जयस ने करीब दो दर्जन सीटों के परिणामों को प्रभावित किया था. लोकसभा चुनाव में भी जयस ने अपना दावा पेश किया है. जयस के संरक्षक डॉ अभय ओहरी ने बीजेपी और कांग्रेस के लिए खुला ऑफर रखा है, कि वो लोकसभा में जयस के नेताओं को टिकिट दें. दोनों पार्टियों से ऑफर नहीं मिलने पर जयस लोकसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारेगी. उन्होंने बताया कि इस बारे में दोनों पार्टी के आला नेताओं से बात हो गई है.
बहरहाल लोकसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही जयस की इस दावेदारी से कांग्रेस-बीजेपी को रतलाम, झाबुआ और धार सीट पर अपने उम्मीदवारों के चयन पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है. क्योंकि जयस के नेताओं ने ऑफर के साथ ही बगावती तेवर भी दिखा दिए है जिससे मालवा-निमाड़ की राजनीति गर्माना शुरू हो गई है.