रतलाम। मोदी सरकार की अति महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर से अब अन्नदाता किसानों का भरोसा उठ गया है. मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के किसानों में इस बार फसल बीमा करवाने को लेकर रुचि दिखाई नहीं दे रही है, जिसकी मुख्य वजह पिछले 1 वर्ष में किसानों को हुए भारी नुकसान का फसल बीमा अब तक किसानों को नहीं मिलना है.
बैंक एवं सरकारी संस्थाओं से ऋण लेने वाले किसानों को अनिवार्य रूप से फसल बीमा की प्रीमियम जमा करनी पड़ती है. बिना प्रीमियम जमा किए किसी भी बैंक से ऋण नहीं लेने वाले किसानों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा करवाने की संख्या न के बराबर है. किसानों का कहना है कि योजना के अंतर्गत प्रीमियम तो ली जाती है, लेकिन नुकसान होने पर ना तो बैंक और ना ही बीमा कंपनी सुनवाई करती है, जिसकी वजह से इस बार किसानों की रुचि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नहीं है.
बहरहाल रबी सीजन के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में पंजीयन कराने की अंतिम तारीख निकल चुकी है, लेकिन जिले के 70% से अधिक किसानों ने फसल बीमा नहीं करवाया है. इसकी वजह बीते वर्षों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बीमा राशि किसानों को अब तक प्राप्त नहीं होना बताया जा रहा है.