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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से उठा किसानों का भरोसा, 70% से अधिक ने नहीं कराया बीमा

रतलाम में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर से अब किसानों का भरोसा उठ गया है. जिले के 70% से अधिक किसानों ने फसल बीमा नहीं करवाया है.

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Published : Jan 3, 2020, 3:17 PM IST

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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से उठा किसानों का भरोसा

रतलाम। मोदी सरकार की अति महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर से अब अन्नदाता किसानों का भरोसा उठ गया है. मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के किसानों में इस बार फसल बीमा करवाने को लेकर रुचि दिखाई नहीं दे रही है, जिसकी मुख्य वजह पिछले 1 वर्ष में किसानों को हुए भारी नुकसान का फसल बीमा अब तक किसानों को नहीं मिलना है.

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से उठा किसानों का भरोसा


बैंक एवं सरकारी संस्थाओं से ऋण लेने वाले किसानों को अनिवार्य रूप से फसल बीमा की प्रीमियम जमा करनी पड़ती है. बिना प्रीमियम जमा किए किसी भी बैंक से ऋण नहीं लेने वाले किसानों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा करवाने की संख्या न के बराबर है. किसानों का कहना है कि योजना के अंतर्गत प्रीमियम तो ली जाती है, लेकिन नुकसान होने पर ना तो बैंक और ना ही बीमा कंपनी सुनवाई करती है, जिसकी वजह से इस बार किसानों की रुचि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नहीं है.


बहरहाल रबी सीजन के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में पंजीयन कराने की अंतिम तारीख निकल चुकी है, लेकिन जिले के 70% से अधिक किसानों ने फसल बीमा नहीं करवाया है. इसकी वजह बीते वर्षों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बीमा राशि किसानों को अब तक प्राप्त नहीं होना बताया जा रहा है.

रतलाम। मोदी सरकार की अति महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर से अब अन्नदाता किसानों का भरोसा उठ गया है. मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के किसानों में इस बार फसल बीमा करवाने को लेकर रुचि दिखाई नहीं दे रही है, जिसकी मुख्य वजह पिछले 1 वर्ष में किसानों को हुए भारी नुकसान का फसल बीमा अब तक किसानों को नहीं मिलना है.

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से उठा किसानों का भरोसा


बैंक एवं सरकारी संस्थाओं से ऋण लेने वाले किसानों को अनिवार्य रूप से फसल बीमा की प्रीमियम जमा करनी पड़ती है. बिना प्रीमियम जमा किए किसी भी बैंक से ऋण नहीं लेने वाले किसानों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा करवाने की संख्या न के बराबर है. किसानों का कहना है कि योजना के अंतर्गत प्रीमियम तो ली जाती है, लेकिन नुकसान होने पर ना तो बैंक और ना ही बीमा कंपनी सुनवाई करती है, जिसकी वजह से इस बार किसानों की रुचि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नहीं है.


बहरहाल रबी सीजन के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में पंजीयन कराने की अंतिम तारीख निकल चुकी है, लेकिन जिले के 70% से अधिक किसानों ने फसल बीमा नहीं करवाया है. इसकी वजह बीते वर्षों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बीमा राशि किसानों को अब तक प्राप्त नहीं होना बताया जा रहा है.

Intro:मोदी सरकार की अति महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर से अब अन्नदाता किसानों का भरोसा उठ गया है। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के किसानों में इस बार फसल बीमा करवाने को लेकर रुचि दिखाई नहीं दे रही है। जिसकी मुख्य वजह पिछले 1 वर्ष में किसानों को हुए भारी नुकसान का फसल बीमा अब तक किसानों को नहीं मिलना है। खास बात यह भी है कि बैंक एवं सरकारी संस्थाओं से ऋण लेने वाले किसानों को अनिवार्य रूप से फसल बीमा की प्रीमियम जमा करनी पड़ती है। अन्यथा किसी भी बैंक से ऋण नहीं लेने वाले किसानों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा करवाने की संख्या न के बराबर है। किसानों का कहना है कि योजना के अंतर्गत प्रीमियम तो ली जाती है लेकिन नुकसान होने पर ना तो बैंक और ना ही बीमा कंपनी सुनवाई करती है । जिसकी वजह से इस बार किसानों की रुचि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नहीं है।





Body:दरअसल प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसलों का बीमा करवाने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर थी। जिसके बाद प्रधानमंत्री फसल बीमा में किसानों द्वारा रुचि नहीं लिए जाने के बाद कृषि विभाग और बीमा कंपनी द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का प्रचार रथ भी जिले में घुमाया गया। लेकिन किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भरोसा ही नहीं रहा। रतलाम जिले में बैंक एवं सहकारी समितियों से ऋण लेने वाले किसानों को फसल बीमा की प्रीमियम अनिवार्य रूप से जमा करवानी होती है। लेकिन इस बार कई किसानों ने फसल बीमा की प्रीमियम जमा नहीं करवाई है ।वही पूरे जिले में महज गिने-चुने अऋणी किसानों ने ही अपनी फसल का बीमा करवाया है।किसानों का कहना है कि योजना के अंतर्गत प्रीमियम तो ली जाती है लेकिन नुकसान होने पर ना तो बैंक और ना ही बीमा कंपनी सुनवाई करती है जिसकी वजह से किसानों की रुचि अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नहीं है। किसानों की मांग है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में यदि बीमा किया जाता है तो उसकी बीमा पॉलिसी के दस्तावेज भी किसानों को उपलब्ध करवाए जाने चाहिए। और फसलों में होने वाले नुकसान के आकलन की इकाई किसान का खेत होना चाहिए।








Conclusion:बहरहाल रबी सीजन के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में पंजीयन कराने की अंतिम तारीख निकल चुकी है। लेकिन जिले के 70% से अधिक किसानों ने फसल बीमा नहीं करवाया है। जिसकी वजह बीते वर्षों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बीमा राशि किसानों को अब तक प्राप्त नहीं होना बताया जा रहा है।

बाइट 01 समरथ पाटीदार (किसान)
बाइट 02 श्याम गुर्जर ( किसान)
बाइट 03 मनोज राठौर (किसान)
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