रतलाम। प्रसिद्ध कथावाचक जया किशोरी 12 अप्रैल बुधवार से रतलाम के कनेरी गांव में श्रीमद् भागवत कथा पाठ कर रही हैं, जो 18 अप्रैल तक चलने वाली है. इस आयोजन में प्रतिदिन सुबह 11:45 बजे से शाम 4:00 बजे तक भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा. पहले दिन बड़ी संख्या में श्रोता जया किशोरी की कथा सुनने के लिए पंडाल पहुंचे. कथा से पहले सुबह गांव में गंगाजल कलश यात्रा निकाली गई, जिसके बाद जया किशोरी के मुखारबिंद से श्रीमद् भागवत कथा पाठ का आयोजन शुरू किया गया.
पंडाल में श्रोताओं के लिए ये व्यवस्था: जया किशोरी की केनरी गांव में हो रही भागवत कथा के पहले दिन कलश यात्रा निकली गई जो विभिन्न मार्गों से होते हुए गुजरी. कलश यात्रा के बाद दोपहर करीब 1 बजे जया किशोरी 32 बुलेट और कार के काफिले के साथ कथा स्थल पहुंचीं. इस दौरान श्रोताओं के जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा. इसके बाद पोथी पूजन हुआ और कथा शुरू हुई. 2 लाख स्क्वेयर फीट में पंडाल तैयार किया गया है, जिसमें 400 से अधिक कार्यकर्ता व्यवस्था संभाल रहे हैं.
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गुस्सा आने पर करें ये काम, मिलेगी मदद: जया किशोरी ने अपनी कथा के दौरान संगत को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि ''संगत का असर जीवन में होता है, जो जितना समय जिसके साथ बिताएगा वो वैसा ही बन जाएगा. इसी वजह से मां-बाप भी देखते हैं की मेरा बेटा किसके साथ घूम रहा है, किसके साथ अधिक समय बिता रहा है, कही उसकी संगत गलत तो नहीं है. मनुष्य का स्वभाव ही है ऐसा है, व्यक्ति आसान रास्ता जल्दी चुन लेता है इसलिए संगत अच्छी होनी चाहिए. आपको कोई क्रोध दिला रहा है तो आप राधे-राधे बोलते रहो तो कभी क्रोध नहीं आएगा, बल्कि क्रोध दिलाने वाले को क्रोध आ जाएगा.''