रतलाम। शासकीय मेडिकल कॉलेज से करोड़ों की लागत की सोलर प्लेटें, इन्वर्टर और मशीनें ले जाने का मामला सामने आया है. धोखा करने वालों ने बड़ी चालाकी दिखाते हुए कंपनी का फर्जी लेटर (Fake Letter) तैयार कर मेडिकल कॉलेज को देकर सामान ले जाने की अनुमति ले ली और करोड़ों का सामान मेडिकल कॉलेज (Fraud in Medical College) से निकाल लिया. करोड़ों की चपत लगने का पता चलने पर पुलिस में शिकायत की गई. पुलिस ने अपराध कायम कर मामले को जांच में लिया है.
कंपनी का फर्जी लेटर देकर उड़ाया माल
धोखाधड़ी की घटना बंजली शासकीय मेडिकल कॉलेज (Banjali Government Medical College) की है. धोखा करने वाले अज्ञात लोगों ने मुंबई बेस्ड एक कंपनी का फर्जी लेटर मेडिकल कॉलेज को जारी कर मशीनें और उपकरण ले जाने के लिए बकायदा अनुमति ले ली. कंपनी के फर्जी लेटर के आधार पर मेडिकल कॉलेज से सोलर सामग्री के 69 बॉक्स निकाल लिए गए, जिसमें 1 हजार 918 मॉडल सोलर प्लेटें हैं, जिनकी कीमत 1 करोड़ छह लाख चौतीस हजार चार सौ रुपए के लगभग की है. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज में लगे इन्वर्टर और दस मशीनें भी ले गए, जो लगभग सत्तरा लाख चौदह हजार दो सौ एक रुपए के हैं. इस तरह अज्ञात चोर मेडिकल कॉलेज से एक करोड़ 23 लाख 48 हजार से ज्यादा की मशीनें और उपकरण ले गये. इस मामले की सूचना औद्योगिक थाना पुलिस को दी गई है.
बहरहाल, पुलिस ने इस मामले में धारा 406, 407, 419, 420, 468, 470, 471 के तहत मामला दर्ज किया है. बता दें कि रतलाम के बंजली में स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज की छत पर सोलर प्लांट (Solar Plant) लगा है. इस प्लांट के लिए मध्यप्रदेश उर्जा विभाग की ओर से टेंडर होता है. उर्जा विभाग ने मेडिकल कॉलेज में सोलर प्लांट का टेंडर सौर उर्जा का काम करने वाली बड़ी कंपनी क्लीनटेक सोलर एनर्जी प्राइवेट को दिया था. सौर उर्जा का काम करने के लिए क्लीनटेक कंपनी ने एक अन्य सुनंदा सोलर एनर्जी लिमिटेड बुरहानपुर से अनुबंध किया था, जिसमें दोनों कंपनी ने मिलकर रतलाम मेडिकल कॉलेज में सौर सोलर प्लांट लगाने का काम शुरू कर सौर उर्जा के उपकरण सहित अन्य तरह की कई मशीनें लगाईं.