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BUDGET 2019: 'पेट्रोल डीजल पर एक्स्ट्रा सेस बढ़ाकर केंद्र सरकार ने किसानों को पहुंचाया नुकसान' - #Tax Exemption

केंद्र की मोदी सरकार ने बजट पेश कर दिया है. ईटीवी भारत ने जब आम जनता से जब बजट 2019 के बारे में उनकी राय जानी तो रतलाम की जनता का रवैया कुछ ऐसा रहा. मोदी सरकार से किसानों को काफी उम्मीदें थी लेकिन पेट्रोल-डीजल पर लगे सेस ने किसानों में खासी नाराजगी पैदा कर दी है.

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Published : Jul 5, 2019, 11:15 PM IST

रतलाम। केंद्रीय बजट में पेट्रोल और डीजल पर एक्स्ट्रा सेज लगाए जाने से पेट्रोल और डीजल के भाव में होने वाली संभावित वृद्धि को लेकर किसानों ने नाराजगी व्यक्त की है. रतलाम जिले के किसानों का मानना है कि एक तरफ सरकार जीरो बजट खेती पर ध्यान दे रही है लेकिन दूसरी तरफ डीजल और पेट्रोल पर एक्स्ट्रा सेज बढ़ाकर किसानों की लागत और बढ़ाने का काम कर रही है. डीजल के दाम बढ़ने से ट्रैक्टर और आधुनिक मशीनों द्वारा किए जाने वाले सभी कृषि कार्य महंगे हो जाएंगे.

BUDGET 2019: 'पेट्रोल डीजल पर एक्स्ट्रा सेस बढ़ाकर केंद्र सरकार ने किसानों को पहुंचाया नुकसान'
कृषि क्षेत्र में ट्रैक्टर और आधुनिक मशीन के उपयोग के साथ सिंचाई के लिए भी डीजल पंपों का इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जाता है. डीजल के दामों में होने वाली संभावित वृद्धि को देखते हुए खेती में ट्रैक्टर और आधुनिक मशीनों से किए जाने वाले सभी कार्य महंगे हो जाएंगे, वहीं किसानों को अपनी उपज मंडी में ले जाने के लिए भी अधिक भाड़ा चुकाना पड़ेगा. दुग्ध उत्पादक किसानों और दुग्ध व्यापारियों ने भी दूध फल सब्जियों को मंडी तक ले जाने के किराये में वृद्धि होने की आशंका जताई है.डीजल और पेट्रोल पर एक साथ से लगाए जाने की खबर पर किसानों ने इसे कृषि क्षेत्र के लिए नुकसान बताया है.

रतलाम। केंद्रीय बजट में पेट्रोल और डीजल पर एक्स्ट्रा सेज लगाए जाने से पेट्रोल और डीजल के भाव में होने वाली संभावित वृद्धि को लेकर किसानों ने नाराजगी व्यक्त की है. रतलाम जिले के किसानों का मानना है कि एक तरफ सरकार जीरो बजट खेती पर ध्यान दे रही है लेकिन दूसरी तरफ डीजल और पेट्रोल पर एक्स्ट्रा सेज बढ़ाकर किसानों की लागत और बढ़ाने का काम कर रही है. डीजल के दाम बढ़ने से ट्रैक्टर और आधुनिक मशीनों द्वारा किए जाने वाले सभी कृषि कार्य महंगे हो जाएंगे.

BUDGET 2019: 'पेट्रोल डीजल पर एक्स्ट्रा सेस बढ़ाकर केंद्र सरकार ने किसानों को पहुंचाया नुकसान'
कृषि क्षेत्र में ट्रैक्टर और आधुनिक मशीन के उपयोग के साथ सिंचाई के लिए भी डीजल पंपों का इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जाता है. डीजल के दामों में होने वाली संभावित वृद्धि को देखते हुए खेती में ट्रैक्टर और आधुनिक मशीनों से किए जाने वाले सभी कार्य महंगे हो जाएंगे, वहीं किसानों को अपनी उपज मंडी में ले जाने के लिए भी अधिक भाड़ा चुकाना पड़ेगा. दुग्ध उत्पादक किसानों और दुग्ध व्यापारियों ने भी दूध फल सब्जियों को मंडी तक ले जाने के किराये में वृद्धि होने की आशंका जताई है.डीजल और पेट्रोल पर एक साथ से लगाए जाने की खबर पर किसानों ने इसे कृषि क्षेत्र के लिए नुकसान बताया है.
Intro:आज आये केंद्रीय बजट में पेट्रोल और डीजल पर एक्स्ट्रा सेज लगाए जाने से पेट्रोल और डीजल के भाव में होने वाली संभावित वृद्धि को लेकर किसानों ने नाराजगी व्यक्त की है ।रतलाम जिले के किसानों का मानना है कि एक तरफ सरकार जीरो बजट खेती पर ध्यान दे रही है लेकिन दूसरी तरफ डीजल और पेट्रोल पर एक्स्ट्रा सेज बढ़ाकर किसानों की लागत और बढ़ाने का काम कर रही है ।डीजल के दाम बढ़ने से ट्रैक्टर और आधुनिक मशीनों द्वारा किए जाने वाले सभी कृषि कार्य महंगे हो जाएंगे जिससे किसानों की लागत बढ़ेगी।


Body:दरअसल कृषि क्षेत्र में ट्रैक्टर और आधुनिक मशीन के उपयोग के साथी सिंचाई के लिए भी डीजल पंप ओं का इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जाता है डीजल के दामों में होने वाली संभावित वृद्धि को देखते हुए देखते हुए खेती मैं ट्रैक्टर और आधुनिक मशीनों से किए जाने वाले सभी कार्य महंगे हो जाएंगे वहीं किसानों को अपनी उपज मंडी में ले जाने के लिए भी अधिक भाड़ा वाहन करना पड़ेगा दुग्ध उत्पादक किसानों और दुग्ध व्यापारियों ने भी दूध फल सब्जियों को मंडी तक ले जाने के भाड़े में वृद्धि होने की आशंका जताई है


Conclusion:डीजल और पेट्रोल पर एक साथ से लगाए जाने की खबर पर किसानों ने इसे कृषि क्षेत्र के लिए नुकसानदायक बताया है।

बाइट -1_ प्रहलाद धबाई (किसान)
बाइट_02_ विजय बहादुर सिंह (किसान
बाईट_03_ बलवंत सिंह (किसान)
बाईट_04_केलाश जराधला (पशुपालक)
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