रतलाम। हिंदुओं के सबसे बड़े पर्व दिवाली की शुरुआत हो चुकी है. रतलाम के माणकचौक स्थित श्री महालक्ष्मी मंदिर में हर साल धूमधाम से धनतेरस मनाई जाती है. मंदिर में विराजित मां लक्ष्मी की प्रतिमा और पूरे मंदिर प्रांगण को नोटों से सजाया जाता है. इस बार भी महालक्ष्मी का शृंगार पूरा हो गया है. मंगलवार सुबह महाआरती के बाद मां के पट आम लोगों के लिए खोल दिए गए. बता दें, मंदिर के गर्भगृह में महालक्ष्मी का श्रृंगार सोने-चांदी के आभूषण, बिस्किट, सिल्लियां, नोटों की गड्डियों से किया गया है. किसी को भी यहां जाने की अनुमति नहीं होती है.
इस बार कैसी है सजावट
हर साल की तरह इस साल भी मां लक्ष्मी का मंदिर बड़े ही अनोखे ढंग से सजाया गया है. 500, 200, 100, 50 और 20 के नोटों के गुच्छे बनाकर छत पर टांगे गए हैं. 4 तिजोरियों में 500, 200, 100 के नोट, चांदी की सिल्लियां, और सोने के बिस्किट रखे हैं.
सजेगा महालक्ष्मी मंदिर में कुबेर का खजाना, SDM ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा
कोरोना महामारी और चुनावों के कारण पिछले कुछ सालों से मां लक्ष्मी के दरबार में इतनी साजो-सज्जा नहीं हो रही थी. करीब तीन साल बाद महालक्ष्मी का दरबार ऐसी भव्यता के साथ सजा है. 2018 में 1 करोड़ 3 लाख 14 हजार 433 रुपए नगदी से मंदिर की सजावट की गई थी.