रतलाम। कृषि कानून के विरोध और किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने ट्रैक्टर रैली निकली. इस रैली में कांग्रेस नेताओं ने पीएम मोदी और सीएम शिवराज के खिलाफ जमकर जुबानी हमला बोला, लेकिन जुबानी जंग में कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने एक कदम आगे बढ़ते हुए देश के न्यायपालिका पर ही सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने न्यायपालिका को पीएम की जेब में होना बताया. सज्जन वर्मा ने कहा कि पीएम मोदी ने सर्वोच्च न्यायालय का सहारा लिया. जजों को कहा कि कोई रास्ता निकालो. तब सुप्रीम कोर्ट के महान जजों ने डायरेक्शन दिया. चार लोगों की कमेटी बनाई गई, जो नरेंद्र मोदी के सबसे बड़े गुलाम और चमचे है. ये सभी कृषि काले कानून का जगह-जगह पर भाषण देते फिर रहे थे कि ये अच्छा कानून है.
दरअसल, कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन करने पहुंचे प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा और विधायकों ने केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ स्थानीय प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया. आलोट विधायक मनोज चावला और युवक कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने भी सरकार और जिला प्रशासन पर कार्यकर्ताओ को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.