रतलाम। जिले में आलोट-दिल्ली-मुंबई मार्ग पर चलने वाली देहरादून एक्सप्रेस के रूट बदलने की अटकलें हैं. इसको लेकर अब विरोध भी शुरू हो गया है. शुक्रवार को कांग्रेस के जिला महामंत्री नागेश खारोल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रेलमंत्री के नाम स्टेशन अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा. जिसमें उन्होंने मांग की है कि जनभावनाओं को देखते हुए देहरादून एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तित ना करते हुए पहले की तरह ही इसका संचालन हो, लाखों यात्रियों को इसका लाभ मिलता रहे. उन्होंने चेतावनी भी दी है कि अगर रेलवे प्रशासन ट्रेन के रूट को बदलता है तो कांग्रेस पार्टी इसको लेकर जन आंदोलन करेगी. जिसकी सारी जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन की होगी.
दरअसल यह ट्रेन हजारों मुसाफिरों के लिए एक वरदान है. जोकि रतलाम, खाचरोद, नागदा, महिदपुर, लूनी आलोट, चोमहेला, सुवासरा, शामगढ़,गरोठ, भवानी मंडी रामगज मंडी सहित कई स्टेशनों से यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाती है. देहरादून एक्सप्रेस इस ट्रेक की सबसे लंबी और सुविधा युक्त गाड़ी है. लेकिन अब इसका मार्ग बदलने की लगातार अटकले चल रही है. चर्चा है कि इस ट्रेन के रूट को रतलाम-मंदसौर-नीमच होकर कोटा चलाया जाएगा. इसका निर्णय विगत फरवरी माह में आई आर टीटीएम की बैठक में लिया गया है. जिसका क्षेत्र के लोग विरोध कर रहे हैं.
बता दें कि जब से इस गाड़ी का संचालन हुआ है, तब से ये गाड़ी आलोट मार्ग से ही आती-जाती है. साथ ही क्षेत्र के लोगों के लिए यही एक मात्र सीधी ट्रेन है, जो तीर्थ स्थल हरिद्वार तक जाती है. जिसके माध्यम से मध्य प्रदेश और राजस्थान अंचल से हिन्दू धर्मावलम्बी कर्मकांड के लिए रोजाना बड़ी संख्या में आते-जाते हैं. अगर ट्रेन का रूट बदला गया तो रतलाम से मोडक तक लगभग 15 से 20 स्टेशन के लाखों यात्रियों को भारी असुविधा हो जायेगी.