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नौकरी दिलाने के नाम पर खुलावाया खाता, फर्जी हस्ताक्षर कर निकाले रुपए - accused arrested for fraudulent signature

रतलाम के जावरा में नौकरी दिलाने के नाम पर खाता खुलवाने और फर्जी हस्ताक्षर कर खातों से रुपए निकालने का मामला सामने आया है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले में पूछताछ शुरू कर दी है.

accused arrested for fraudulent signature
फर्जी हस्ताक्षर कर खातों से रुपए निकालने वाला गिरफ्तार
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Published : Feb 1, 2020, 11:36 PM IST

Updated : Feb 1, 2020, 11:54 PM IST

रतलाम। जिले में बन रहे मुंबई- दिल्ली एक्सप्रेस-वे की मुआवजे राशि में धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इस आरोपी को CCTV वीडियो की मदद से गिरफ्तार किया है. फिलहाल गिरफ्तार आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है. पूछताछ में और भी कई ठगी के मामलों का खुलासा होने की उम्मीद है.

फर्जी हस्ताक्षर कर खातों से रुपए निकालने वाला गिरफ्तार

बैंक के CCTV फुटेज और साइबर सेल से ली मदद

जावरा CSP आगम जैन ने ठगी मामले का खुलासा करते हुए बताया कि, आरोपी कई बैंकों में घूमता- फिरता रहता था. साथ ही जुगाड़ कर सीधे-सादे लोगों को अपना शिकार बनाता था. इस आरोपी के चार बैंकों में अलग-अलग खाते भी हैं. पुलिस ने आरोपी को बैंक के CCTV फुटेज, बैंक स्टेटमेंट और साइबर सेल की मदद से गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम सुरेंद्र सिंह सिकरवार बताया जा रहा है.


मुखबिर की सूचना पर आरोपी गिरफ्तार

TI ने बताया कि इंदौर निवासी मुकेश ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी, कि कैलाश नाम के एक व्यक्ति ने नौकरी का लालच देकर उसके नाम से खाता खुलावाया और ATM और पासबुक लेकर चला गया. जिसके बाद पुलिस ने इंदौर निवासी आरोपी खाताधारक कैलाश की CCTV फुटेज के आधार पर पहचान कराई. शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने टीम गठित कर सर्चिंग अभियान चलाया. वहीं मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.

फर्जी हस्ताक्षर कर निकाले पैसे

दरअसल फरियादी मुकेश धाकड़ की आक्याबेनी गांव की कृषि भूमि मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस- वे के लिए प्रशासन ने अधिग्रहित कर की है. जिसकी मुआवजा राशि 12 लाख 99 हजार 967 रुपए सरकार ने कृषि भूमि मालिक के केनरा बैंक खाते में जमा की थी. खाताधारक ने 3 दिसंबर को एक लाख रूपए बैंक से निकाल कर बाकी राशी खाते में ही जमा रहने दी. चेक बुक के संबंध में बैंक मैनेजर ने खाता धारक के घर पर ही डाक द्वारा आने की बात कही थी. जिसके बाद आरोपी ने फर्जी मुकेश बनकर पोस्ट मैन से उसके घर जाकर चेक बुक ले ली. जिसके बाद आरोपी ने 7 दिसंबर को 8 लाख 8 हजार रुपये निकाल लिए. मोबाइल पर मैसेज आने पर फरियादी मुकेश की शिकायत पर बैंक मैनेजर ने खाता फ्रिज कर दिया था. 16 दिसंबर को खाते में 6 लाख 8 हजार रुपए वापस जमा कर दिए. दो लाख की ठगी का मामला पुलिस ने दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.

रतलाम। जिले में बन रहे मुंबई- दिल्ली एक्सप्रेस-वे की मुआवजे राशि में धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इस आरोपी को CCTV वीडियो की मदद से गिरफ्तार किया है. फिलहाल गिरफ्तार आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है. पूछताछ में और भी कई ठगी के मामलों का खुलासा होने की उम्मीद है.

फर्जी हस्ताक्षर कर खातों से रुपए निकालने वाला गिरफ्तार

बैंक के CCTV फुटेज और साइबर सेल से ली मदद

जावरा CSP आगम जैन ने ठगी मामले का खुलासा करते हुए बताया कि, आरोपी कई बैंकों में घूमता- फिरता रहता था. साथ ही जुगाड़ कर सीधे-सादे लोगों को अपना शिकार बनाता था. इस आरोपी के चार बैंकों में अलग-अलग खाते भी हैं. पुलिस ने आरोपी को बैंक के CCTV फुटेज, बैंक स्टेटमेंट और साइबर सेल की मदद से गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम सुरेंद्र सिंह सिकरवार बताया जा रहा है.


मुखबिर की सूचना पर आरोपी गिरफ्तार

TI ने बताया कि इंदौर निवासी मुकेश ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी, कि कैलाश नाम के एक व्यक्ति ने नौकरी का लालच देकर उसके नाम से खाता खुलावाया और ATM और पासबुक लेकर चला गया. जिसके बाद पुलिस ने इंदौर निवासी आरोपी खाताधारक कैलाश की CCTV फुटेज के आधार पर पहचान कराई. शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने टीम गठित कर सर्चिंग अभियान चलाया. वहीं मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.

फर्जी हस्ताक्षर कर निकाले पैसे

दरअसल फरियादी मुकेश धाकड़ की आक्याबेनी गांव की कृषि भूमि मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस- वे के लिए प्रशासन ने अधिग्रहित कर की है. जिसकी मुआवजा राशि 12 लाख 99 हजार 967 रुपए सरकार ने कृषि भूमि मालिक के केनरा बैंक खाते में जमा की थी. खाताधारक ने 3 दिसंबर को एक लाख रूपए बैंक से निकाल कर बाकी राशी खाते में ही जमा रहने दी. चेक बुक के संबंध में बैंक मैनेजर ने खाता धारक के घर पर ही डाक द्वारा आने की बात कही थी. जिसके बाद आरोपी ने फर्जी मुकेश बनकर पोस्ट मैन से उसके घर जाकर चेक बुक ले ली. जिसके बाद आरोपी ने 7 दिसंबर को 8 लाख 8 हजार रुपये निकाल लिए. मोबाइल पर मैसेज आने पर फरियादी मुकेश की शिकायत पर बैंक मैनेजर ने खाता फ्रिज कर दिया था. 16 दिसंबर को खाते में 6 लाख 8 हजार रुपए वापस जमा कर दिए. दो लाख की ठगी का मामला पुलिस ने दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.

Intro:फर्जी हस्ताक्षर कर खातों से रुपए निकालने वाला गिरफ्तार
,इंदौर के एक युवक को नौकरी दिलाने के नाम पर खुलवाया था फर्जी खाता

मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस वे 8 लेन मुआवजे की राशी फर्जी हस्ताक्षर कर किसान के खाते में से निकाल कर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है .आरोपी ने एक इंदौैर निवासी युवक को नौकरी का झांंसा देकर उसी के नाम का खाता खुलवाया ओर उसमें ठगी की राशी ट्रांसफर की थी। जिस खाते में आरोपी ने राशी ट्रांसफर की वह खाता कैलाश नामक युवक का था। उक्त आरोपी का बैंक में आना-जाना लगा रहता था ओर सीधे-साधे लोगों को ठगने का काम करता था। पुलिस नेे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की शिनाख्त की ओर उसे बड़ावदा के पास से दबोचा है। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में ओर भी कर्ई ठगी के मामलो का खुलासा होने की उम्मीद है.Body:दरअसल जावरा सीएसपी अगम जैन ने ठगी मामले का आज खुलासा किया है . सीएसपी ने बताया कि आरोपी विभिन्न बैैंको में घूमता फिरता रहता था ओर जुगाड़ कर सीधे-साधे लोगों को अपना शिकार बनाता था। इसके चार बैैंको में अलग-अलग खाते भी है। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से तीन दिन का पीआर मिला हैै। पुलिस ने बैंक के विडिय़ो फुटेज व बैंक स्टेटमेंट, सायबर सेेल की मदद से आरोपी सुरेन्द्रसिंह पिता प्रहलादसिंह सिकरवार (40) निवासी जबरन कॉलोनी नागदा को गिरफ्तार किया। टीआर्ई ने बताया मुकेश के खाते में जिस व्यक्ति नेे 6 लाख रूपये जमा किए थे, वह इंंदौैर निवासी कैलाश है। कैलाश ने पूछताछ में बताया कि एक व्यक्ति ने नौकरी का लालच देकर मेरे नाम से खाता खुुलवाया, एटीएम व पासबुक लेकर चला गया। फिर पुलिस ने इंदौैर निवासी कैलाश खाता धारक व फरियादी मुकेश के साथ पोस्टमेन की मदद से सीसी फुटेज दिखाकर आरोपी की पहचान की। गठित टीम द्वारा सर्चिंग के दौैरान जानकारी मिली की ईटो का व्यापार करनेे वाला आरोपी सुरेन्द्रसिंह कभी-कभी बैंक आता है। मुखबीर की सूचना पर बडावदा के पास से आरोपी सुरेन्द्रसिंह निवासी नागदा को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। Conclusion:दरअसल फरियादी मुकेश धाकड़ की ग्राम आक्याबेनी स्थित कृषि भूमि 8 लेेन में प्रशासन ने अधिग्रहित की थी। जिसकी मुआवजा राशी सरकार द्वारा कृृषि मालिक के कैनरा बैंंक खाते में 12 लाख 99 हजार 967 रूपये जमा की थी। खाताधारक ने 3 दिसंबर को 1 लाख रूपये बैंक से निकाल कर बाकी राशी खाते में ही जमा रहने दी। चैक बुक के संबंध में बैैंक मैैनेेजर ने खाता धारक के घर पर ही डाक द्वारा आने की बात कही थी। आरोपी फर्जी मुकेश बनकर पोस्ट मेन सेे उसके घर जाकर चैैक बुक ले ली। फिर उसने 7 दिसंबर को 8 लाख 8 हजार रूपये निकाले थे, मोबाईल पर मैैसेस आने पर फरियादी मुकेश की शिकायत पर बैंक मैनेजर ने खाता सिल किया। 16 दिसंंबर को खाते में 6 लाख 8 हजार रूपये वापस आए। 2 लाख की ठगी का मामला शहर पूलिस नेे दर्ज कर कार्यवाही की है ।

बाहर हाल पुलिस गिरफ्तार आरोपी सुरेंद्र से पूछताछ में जुटी है जिससे अन्य ठगी के मामलों में भी खुलासा होने की उम्मीद है।

बाईट
आगम जैन csp जावरा
Last Updated : Feb 1, 2020, 11:54 PM IST
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