राजगढ़। पूरी दुनिया 21 जून को विश्व योग दिवस मनाएगी. पांच साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग करने का संदेश दिया था. आज लोग उसका पालन कर रहे हैं. कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो दूसरों को भी योग सिखा कर लोगों की जिंदगी बदल रहे हैं. ऐसा ही एक सराहनीय काम राजगढ़ जिले के योगा शिक्षक महेश कुमार त्रिवेदी कर रहे हैं, जिन्होंने पहले खुद की बीमारियों को योग से ठिक किया, उसके बाद से बच्चों को योग सीखा रहे हैं.
152 गांवों में करा चुके हैं योग
योग शिक्षक महेश कुमार त्रिवेदी बताते हैं कि, वो पिछले 16 साल से लगातार योग कर रहे हैं और इस दौरान 152 गांवों में लोगों को योगा सीखा चुके हैं, साथ ही कोरोना काल में भी उन्होंने अपने इस कार्य को चालू रखा है और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को योग करवा रहे हैं.
58 साल के महेश आज बिल्कुल स्वस्थ्य हैं और यहां तक की उन्हें आयुष्मान विभाग और राष्ट्रीय सम्मान से भी समानित किया जा चुका है. योग शिक्षक महेश का कहना है कि, योग इंसान को स्वस्थ बनाता है और हमे परमात्मा से जुड़ने में मदद करता है.
सोशल नेटवर्किंग साइट से भी जुड़े हैं लोग
ना सिर्फ स्कूल के छात्रों को, बल्कि वो उन गांव में रहने वाले ग्रामीणों को भी योग से जोड़ने में सफल हुए हैं. लोग आज योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं, वहीं जिले के कई स्कूलों में हजारों बच्चों को योगा की ट्रेनिंग दी गई है और कई स्कूलों में तो योगा की क्लासेस लेकर बच्चों को योग के बारे में शिक्षित किया गया है, अभी भी फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट का उपयोग करते हुए लोगों को योग करवा रहे है.
कई जिलों के लोग करते हैं फॉलो
राजगढ़ में ही नहीं, बल्कि पंजाब- हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में भी योग शिविर का आयोजन किया गया और कई लोगों को योग से जोड़ने में सफल रहे. जो आज भी योगा शिक्षिक महेश कुमार त्रिवेदी को फॉलो कर रहे हैं.