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कलेक्टर की नई पहल, महिलाओं को योजना से मिलेगा पढ़ने का मौका

जिले की योजना 'बादल पर पांव है' दे रही महिलाओं को पढ़ने का मौका ,पढ़ाई छोड़ चुकी महिलाओं के लिए सुनहरा अवसर.

कलेक्टर की नई पहल
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Published : Aug 9, 2019, 5:18 PM IST

राजगढ़। जिले में महत्वाकांक्षी योजना "बादल पर पांव है" चल रही है. ये योजना महिलाओं को फिर से पढ़ने का मौका देगी. कलेक्टर निधि निवेदिता ने ने "बादल पर पांव है" योजना की शुरुआत की है. इस योजना में 10वीं और 12वीं में फेल होने वाली या फिर किसी कारण से अपनी पढ़ाई को बीच में छोड़ चुकी महिलाओं और युवतियों को आगे पढ़ने का मौका मिलेगा. जिले में 3 हजार महिलाओं को चिन्हित किया गया है. इससे कई महिलाएं लाभान्वित होंगी.
इस योजना को 39 केंद्रों में क्रियान्वित किया जा रहा है. महिलाओं को इसके तहत एडमिशन दिलवाया गया है, जहां पर इन महिलाओं की रेगुलर क्लासेस लगाई जा रही हैं, ताकि वे ओपन परीक्षाओं में शामिल हो सकें.

महिलाओं को मिलेगा पढ़ने का मौका


गौरतलब है कि पिछली 19 जुलाई को इसमें एक परीक्षा भी आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 2000 महिलाओं ने भाग लिया था. वहीं एमपी ऑनलाइन के द्वारा इन महिलाओं का राज्य ओपन परीक्षा के लिए फॉर्म भी भरवाया जाएगा और इन्हें 10वीं और 12वीं क्लास में उतीर्ण करवाकर स्वावलंबी बनाया जाएगा. इस योजना का पूरा खर्च जिला प्रशासन उठा रही है.

राजगढ़। जिले में महत्वाकांक्षी योजना "बादल पर पांव है" चल रही है. ये योजना महिलाओं को फिर से पढ़ने का मौका देगी. कलेक्टर निधि निवेदिता ने ने "बादल पर पांव है" योजना की शुरुआत की है. इस योजना में 10वीं और 12वीं में फेल होने वाली या फिर किसी कारण से अपनी पढ़ाई को बीच में छोड़ चुकी महिलाओं और युवतियों को आगे पढ़ने का मौका मिलेगा. जिले में 3 हजार महिलाओं को चिन्हित किया गया है. इससे कई महिलाएं लाभान्वित होंगी.
इस योजना को 39 केंद्रों में क्रियान्वित किया जा रहा है. महिलाओं को इसके तहत एडमिशन दिलवाया गया है, जहां पर इन महिलाओं की रेगुलर क्लासेस लगाई जा रही हैं, ताकि वे ओपन परीक्षाओं में शामिल हो सकें.

महिलाओं को मिलेगा पढ़ने का मौका


गौरतलब है कि पिछली 19 जुलाई को इसमें एक परीक्षा भी आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 2000 महिलाओं ने भाग लिया था. वहीं एमपी ऑनलाइन के द्वारा इन महिलाओं का राज्य ओपन परीक्षा के लिए फॉर्म भी भरवाया जाएगा और इन्हें 10वीं और 12वीं क्लास में उतीर्ण करवाकर स्वावलंबी बनाया जाएगा. इस योजना का पूरा खर्च जिला प्रशासन उठा रही है.

Intro:जिले की ऐसी एक महत्वाकांक्षी योजना जो दे रही है महिलाओं को फिर से पढ़ने का मौका 10वीं और 12वीं की कक्षा में फेल होकर या किसी और अन्य कारण के वजह से अपनी पढ़ाई को छोड़ चुकी महिलाओं के लिए है यहां योजना, जिला कलेक्टर द्वारा "बादल पर पांव है" के नाम से चलाई जा रही है यह योजना


Body:मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में जिला कलेक्टर निधि निवेदिता द्वारा एक महत्वाकांक्षी योजना महिलाओं के लिए चलाई जा रही है जिसमें उन्होंने उन महिलाओं के लिए योजना बनाई है जो 10वीं और 12वीं में फेल होकर या किसी और अन्य कारण के वजह से अपनी पढ़ाई को अधूरी छोड़कर जीवन में आगे बढ़ गई थी, उनको फिर से पढ़ाई के साथ संबंध बनाने के लिए और उनकी दसवीं और बारहवीं कक्षाओं की पढ़ाई पूरी करने के लिए यह योजना बनाई गई है इस योजना से जिले की अनेक महिलाएं लाभान्वित होंगी और अनेक महिलाओं को इसके द्वारा फायदा पहुंचाया जाएगा। वही जिले में 3000 महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत चिन्हित किया गया है।

वही इस योजना में जिले भर में अनेक महिलाएं जो आपने पढ़ाई छोड़ चुकी है उनको आंगनवाड़ी के द्वारा प्रोत्साहन करके जिले में बनाए गए केंद्रों पर एडमिशन दिलवाया जा रहे हैं और उनका पंजीयन करवाया जा रहा है। वहीं जिले में 39 जगह इस योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है, जहां पर इन महिलाओं की रेगुलर क्लासेस लगाई जा रही है और वहां पर सरकारी टीचरों द्वारा 10वीं और 12वीं की पढ़ाई करवाई जा रही है, जिससे राज्य ओपन में होने वाली परीक्षा में इन को सम्मिलित किया जा सके और इन महिलाओं के अधूरी पढ़ाई पूरी करवाई जा सके।


Conclusion:वह इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिला कलेक्टर द्वारा यह एक नवाचार है ऐसी योजना में जो महिलाएं छात्राएं और बच्चिया अपनी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई किन्ही कारणों से नहीं कर पाई है उनके लिए यह एक सुनहरा अवसर है जिसमें वह अपनी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी कर सकेंगे वही इस योजना के अंतर्गत 3000 महिलाओं को चिन्हित किया गया है, जिले में 39 केंद्रों पर यह योजना क्रियान्वित किया जा रही है वहीं अभी 19 जुलाई को इसमें एक परीक्षा भी आयोजित की गई थी जिसमें लगभग 2000 महिलाओं ने भाग लिया था, वहीं एमपी ऑनलाइन के द्वारा इन महिलाओं का राज्य ओपन के लिए फॉर्म भरवाया जाएगा और इनको 10वीं और 12वीं में उतीर्ण करवाकर स्वावलंबी बनाया जाएगा, वहीं इस योजना में दसवीं की छात्राओं की संख्या अधिक है वही इस योजना के अंतर्गत सारा खर्च प्रशासन द्वारा उठाया जाएगा।


विसुअल

योजना के अंतर्गत टेस्ट देती महिलाएं

बाइट

जिला शिक्षा अधिकारी बी एस बिसोरिय
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