राजगढ़। जीरापुर तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत आमलाबे के लोग अपने गांव में हुए भ्रष्टाचार को लेकर काफी परेशान हैं. लोग भ्रष्टाचार को लेकर लगातार विरोध जता रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी ग्राम पंचायत में अनेक भ्रष्टाचार हुए हैं और यह सब वर्तमान सरपंच द्वारा किए गए हैं.
घटिया सड़कों का हुआ निर्माण
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में तालाब से लेकर सड़कों तक का जो निर्माण हुआ है वह घटिया क्वालिटी का हुआ है. केवल कागजों में ही सही काम दिखाया गया है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है.
तालाब में भ्रष्टाचार
गांव के लोग बताते हैं कि कुछ साल पहले वहां के पूर्व सरपंच नारायण सिंह ने एक तालाब बनवाया था, जिसमें नवीनीकरण के नाम पर नए सरपंच ने पंचायत से रुपए निकलवा लिए लेकिन तालाब में एक परसेंट भी काम नहीं हुआ है. वहीं तालाब की दीवार जर्जर हो चुकी है और उसका एक हिस्सा फूट चुका है. जिससे लगातार पानी बह रहा है.
सरकारी कुएं में भ्रष्टाचार
ग्रामीण ने आरोप लगाया कि पेयजल व्यवस्था के लिए 3 सरकारी कुएं का प्रस्ताव सरकार लाई थी लेकिन सरपंच ने तीनों कुएं निजी जमीन पर बनवा लिए और गांव से इतने दूर बनवाए हैं कि वहां पर पानी लेने जाना काफी मुश्किल होता है. गांव में केवल एक सरकारी ट्यूबवेल है जो सिर्फ बरसात और उसके 2 महीने बाद तक ही पानी उपलब्ध करवाती है. वहीं इसके बाद गांव में पानी की काफी समस्या उत्पन्न हो जाती है. गांव की औरतों को 3 से 4 किलोमीटर दूर जाकर सरकारी कुएं से पानी लाना पड़ता है.
ग्रामीण ने भ्रष्टाचार की शिकायत जनपद पंचायत सीइओ से लेकर जिला कलेक्टर तक की है और अभी तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई है और कोई निरीक्षण करने नहीं आया है. जनपद पंचायत सीइओ लाखन सिंह सिसोदिया ने कहा कि हमारे पास ग्रामीणों की शिकायत आयी हुई है और हम अभी उसमे जांच कर रहे हैं. इसमें दोषियों पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.