राजगढ़। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जहां 1 फरवरी को भारत का बजट पेश करने वाली है. इस बजट को लेकर ना सिर्फ मध्यमवर्ग बल्कि, छात्र और शिक्षकों में भी काफी उम्मीद है. इस बजट से शिक्षक भी काफी कुछ आस लगाकर बैठे हैं, कि इस बार केंद्र सरकार शिक्षा के बजट में बढ़ोत्तकी करेगी और शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार इस बजट के माध्यम से काफी कुछ करेगी.
शिक्षा विद और पूर्व डाइट प्राचार्य एके शर्मा बताते हैं कि, शिक्षा का बजट हमारे देश में अन्य देशों की तुलना में काफी कम रहता है. हमारे यहां पर शिक्षा के ऊपर काफी कम खर्चा किया जाता है. इस बार उन्हें उम्मीद है कि, शिक्षा के बजट में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए.
उन्होंने बताया कि, जहां हमारे देश में प्राथमिक शिक्षा पर भी काफी कम खर्च किया जाता है और लगातार बच्चे प्राथमिक शिक्षा को छोड़कर चले जाते हैं. जिसके वजह से शिक्षा के स्तर में भी एक नुकसान देखने को मिलता है. वहीं जहां स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर भी काफी खराब हो चुका है और लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा के गुणवत्ता में बढ़ोतरी के लिए बजट में काफी कुछ प्रावधान किया जाना चाहिए.
वहीं बजट को लेकर जब छात्रों से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि शिक्षा का बजट हमारे देश में काफी कम है, जहां रोजगार की बात की जाए तो उसका रास्ता भी शिक्षा से होकर गुजरता है. एक बार ब्राजील में शिक्षा के बजट में 30% की कमी कर दी गई थी, तो वहां के युवाओं ने इसका विरोध किया था. इसी प्रकार अगर भारत में भी शिक्षा के बजट में बढ़ोत्तरी की जाए और अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा युवाओं को दिया जाए, तो रोजगार आसानी से प्राप्त कर सकेगा, लेकिन देश में शिक्षा का बजट काफी कम होता है. जिसके वजह से काफी छात्रों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पाती है, जिसके वजह से वह पर्याप्त शिक्षा नहीं मिलती.