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आने वाले बजट से क्या हैं छात्रों की उम्मीदें, पढ़े पूरी खबर

1 फरवरी को पेश होने वाले बजट को लेकर ना सिर्फ आम व्यापारियों को उम्मीदें है, बल्कि छात्र और शिक्षकों को भी इस बजट से काफी उम्मीद है. शिक्षकों को उम्मीद है कि मोदी सरकार इस बजट में शिक्षा बजट में बढ़ोतरी करेगी.

students expectations from the upcoming budget in rajgarh
बजट से छात्रों की उम्मीदें
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Published : Jan 30, 2020, 11:59 PM IST

Updated : Jan 31, 2020, 12:06 AM IST

राजगढ़। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जहां 1 फरवरी को भारत का बजट पेश करने वाली है. इस बजट को लेकर ना सिर्फ मध्यमवर्ग बल्कि, छात्र और शिक्षकों में भी काफी उम्मीद है. इस बजट से शिक्षक भी काफी कुछ आस लगाकर बैठे हैं, कि इस बार केंद्र सरकार शिक्षा के बजट में बढ़ोत्तकी करेगी और शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार इस बजट के माध्यम से काफी कुछ करेगी.

बजट से शिक्षकों को उम्मीदें

शिक्षा विद और पूर्व डाइट प्राचार्य एके शर्मा बताते हैं कि, शिक्षा का बजट हमारे देश में अन्य देशों की तुलना में काफी कम रहता है. हमारे यहां पर शिक्षा के ऊपर काफी कम खर्चा किया जाता है. इस बार उन्हें उम्मीद है कि, शिक्षा के बजट में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए.

उन्होंने बताया कि, जहां हमारे देश में प्राथमिक शिक्षा पर भी काफी कम खर्च किया जाता है और लगातार बच्चे प्राथमिक शिक्षा को छोड़कर चले जाते हैं. जिसके वजह से शिक्षा के स्तर में भी एक नुकसान देखने को मिलता है. वहीं जहां स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर भी काफी खराब हो चुका है और लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा के गुणवत्ता में बढ़ोतरी के लिए बजट में काफी कुछ प्रावधान किया जाना चाहिए.

वहीं बजट को लेकर जब छात्रों से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि शिक्षा का बजट हमारे देश में काफी कम है, जहां रोजगार की बात की जाए तो उसका रास्ता भी शिक्षा से होकर गुजरता है. एक बार ब्राजील में शिक्षा के बजट में 30% की कमी कर दी गई थी, तो वहां के युवाओं ने इसका विरोध किया था. इसी प्रकार अगर भारत में भी शिक्षा के बजट में बढ़ोत्तरी की जाए और अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा युवाओं को दिया जाए, तो रोजगार आसानी से प्राप्त कर सकेगा, लेकिन देश में शिक्षा का बजट काफी कम होता है. जिसके वजह से काफी छात्रों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पाती है, जिसके वजह से वह पर्याप्त शिक्षा नहीं मिलती.

राजगढ़। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जहां 1 फरवरी को भारत का बजट पेश करने वाली है. इस बजट को लेकर ना सिर्फ मध्यमवर्ग बल्कि, छात्र और शिक्षकों में भी काफी उम्मीद है. इस बजट से शिक्षक भी काफी कुछ आस लगाकर बैठे हैं, कि इस बार केंद्र सरकार शिक्षा के बजट में बढ़ोत्तकी करेगी और शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार इस बजट के माध्यम से काफी कुछ करेगी.

बजट से शिक्षकों को उम्मीदें

शिक्षा विद और पूर्व डाइट प्राचार्य एके शर्मा बताते हैं कि, शिक्षा का बजट हमारे देश में अन्य देशों की तुलना में काफी कम रहता है. हमारे यहां पर शिक्षा के ऊपर काफी कम खर्चा किया जाता है. इस बार उन्हें उम्मीद है कि, शिक्षा के बजट में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए.

उन्होंने बताया कि, जहां हमारे देश में प्राथमिक शिक्षा पर भी काफी कम खर्च किया जाता है और लगातार बच्चे प्राथमिक शिक्षा को छोड़कर चले जाते हैं. जिसके वजह से शिक्षा के स्तर में भी एक नुकसान देखने को मिलता है. वहीं जहां स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर भी काफी खराब हो चुका है और लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा के गुणवत्ता में बढ़ोतरी के लिए बजट में काफी कुछ प्रावधान किया जाना चाहिए.

वहीं बजट को लेकर जब छात्रों से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि शिक्षा का बजट हमारे देश में काफी कम है, जहां रोजगार की बात की जाए तो उसका रास्ता भी शिक्षा से होकर गुजरता है. एक बार ब्राजील में शिक्षा के बजट में 30% की कमी कर दी गई थी, तो वहां के युवाओं ने इसका विरोध किया था. इसी प्रकार अगर भारत में भी शिक्षा के बजट में बढ़ोत्तरी की जाए और अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा युवाओं को दिया जाए, तो रोजगार आसानी से प्राप्त कर सकेगा, लेकिन देश में शिक्षा का बजट काफी कम होता है. जिसके वजह से काफी छात्रों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पाती है, जिसके वजह से वह पर्याप्त शिक्षा नहीं मिलती.

Intro:1 फरवरी को पेश होने वाले बजट को लेकर ना सिर्फ जाम व्यापारियों को बल्कि छात्र और शिक्षकों को भी इस बजट से काफी उम्मीद है वह उम्मीद लगाए हुए हैं कि इस बजट में जहां हर साल की तरह शिक्षक को लेकर बजट में बढ़ोतरी की जानी चाहिए ।


Body:भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जहां 1 फरवरी को भारत का वित्तीय बजट पेश करने वाली है और जहां इस बजट को लेकर ना सिर्फ मध्यमवर्ग बल्कि छात्र और शिक्षकों में भी काफी उम्मीद है जहां वे इस बजट में शिक्षा को लेकर भी काफी कुछ आस लगाकर बैठे हैं कि इस बार केंद्र सरकार शिक्षा के बजट में बढ़ोतरी करेगी और शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार इस बजट के माध्यम से काफी कुछ करेगी।

वही इस बारे में शिक्षा वादी और पूर्व डाइट प्राचार्य एके शर्मा बताते हैं कि शिक्षा का बजट हमारे देश में अन्य देशों की तुलना में काफी कम रहता है और हमारे यहां पर शिक्षा के ऊपर काफी कम खर्चा किया जाता है जिस जिससे मैं उम्मीद करता हूं कि शिक्षा के बजट में बढ़ोतरी की जानी चाहिए और वही उन्होंने बताया कि जहां हमारे देश में प्राथमिक शिक्षा पर भी काफी कम खर्च किया जाता है और लगातार बच्चे प्राथमिक शिक्षा को छोड़कर चले जाते हैं जिसके वजह से शिक्षा के स्तर में भी एक नुकसान देखने को मिलता है वहीं जहां हमारे स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर भी काफी खराब हो चुका है और लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा के गुणवत्ता में बढ़ोतरी के लिए बजट में काफी कुछ प्रावधान किया जाना चाहिए ,जिससे प्राथमिक शिक्षा में बढ़ोतरी हो सके और शिक्षा में जहां प्राथमिक शिक्षा का काफी महत्व होता है और यह एक न्यू की तरह काम करती है, इसलिए प्राथमिक शिक्षा से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर बजट में काफी कुछ प्रावधान किया जाना चाहिए।






Conclusion:वही बजट को लेकर जब छात्रों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शिक्षा का बजट हमारे देश में काफी कम है जहां रोजगार की बात की जाए तो उसका रास्ता भी शिक्षा से होकर गुजरता है जहां एक बार ब्राजील में शिक्षा के बजट में 30% की कमी कर दी गई थी, तो वहां के युवाओं ने इसका विरोध किया था। वहीं इसी प्रकार अगर भारत में भी शिक्षा के बजट में बढ़ोतरी की जाए और अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा युवाओं को दिया जाए ,तो वह रोजगार आसानी से प्राप्त कर सकेगा और वही हमारे देश में शिक्षा का बजट काफी कम होता है ,जिसके वजह से काफी छात्रों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पाती है, जिसके वजह से वह पर्याप्त शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाता है और वह मुख्यधारा से नहीं जुड़ पाता है जिसके वजह से देश को काफी नुकसान होता है।


विसुअल

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शिक्षा वादी और पूर्व डाइट प्राचार्य ए के शर्मा
राजन छात्र
Last Updated : Jan 31, 2020, 12:06 AM IST
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